चारधाम यात्रा का हुआ श्रीगणेश, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुले

उत्तराखंड

चारधाम यात्रा का हुआ श्रीगणेश, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुले

विश्व प्रसिद्ध उत्तराखंड की चारधाम यात्रा आज से शुरू हो गई है. चारधाम यात्रा का उद्घाटन उत्तरकाशी जिले में स्थित मां गंगा के गंगोत्री धाम के कपाट खुलने से हुआ है. राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद इस दिव्य पल के साक्षी बने. गंगोत्री के कपाट खुलने के समय हजारों तीर्थयात्री मंदिर प्रांगण में मौजूद थे. इस दौरान हर-हर गंगे और मां गंगा की जय के जयकारों से गंगोत्री धाम गूंज उठा.

वैदिक परंपराओं के साथ खुले गंगोत्री धाम के कपाट
सुबह 7:00 बजे मां गंगा की डोली भैरव घाटी स्थित भैरव मंदिर से गंगोत्री के लिए रवाना हुई. ठीक 8:30 बजे डोली धाम पहुंची, जहां वैदिक मंत्रोच्चारण, गंगा लहरी और गंगा सहस्त्रनाम का पाठ किया गया. इसके बाद 10:30 बजे गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. इस अवसर पर देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने अखंड ज्योति के दर्शन किए और गंगा स्नान कर पुण्य अर्जित किया. सीएम धामी ने भी अखंड ज्योति के दर्शन कर मां गंगा से देश और प्रदेश की सुख-शांति की कामना की.

कपाटोद्धघाटन के मौके पर समूचा गंगोत्री धाम मां गंगे के जयकारो से गूंज उठा। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंगोत्री धाम पहुंचकर मां गंगा के दर्शन किए। यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुलते ही उत्तराखंड में चार धाम यात्रा श्री गणेश हो गया है।

बुधवार को कपाट खुलने के मौके पर मां गंगा के दर्शन के लिए देश के विभिन्न प्रांतो से श्रद्धालु गंगोत्री धाम पहुंचे। यहां श्रद्धालु ने मां गंगा की विग्रह मूर्ति के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। इस मौके पर गंगोत्री मंदिर परिसर को करीब 15 कुंटल फूलों से सजाया गया। अब श्रद्धालु छह माह तक गंगोत्री धाम में मां गंगा की दर्शन कर सकेंगे।

अब श्रद्धालुओं को बेसब्री से इंतज़ार है केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने का. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के बाद अब चारधाम यात्रा अपने अगले पड़ाव की ओर बढ़ रही है. केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को विधिवत पूजा-अर्चना के साथ खोले जाएंगे, जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे. दोनों ही धामों में तैयारियां जोरों पर हैं. सुरक्षा, स्वास्थ्य और सुविधा से जुड़ी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और यात्रा पूरी तरह सफल और सुरक्षित हो.

तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर आतंकवाद निरोधक दस्ता, अर्धसैनिक बल और पुलिस के जवानों की नजर रहेगी। यात्रियों की सुरक्षा के लिए 10 कंपनी पैरामिलिट्री, 17 कंपनी पीएसी के साथ ही 10 स्थानों पर आतंकवाद निरोधक दस्ता तैनात रहेगा। 65 स्थानों पर एसडीआरएफ की टीमें तैनात रहेंगी। यात्रियों की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार की ओर से 10 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स उपलब्ध कराई जा रही है जो जल्द ही मिल जाएंगी। वहीं पीएसी की 17 कंपनी और छह हजार पुलिसकर्मियों की ड्यूटी चारधाम यात्रा में लगाई गई है। पूरे यात्रा रूट को ड्रोन से कवर किया जाएगा। 2000 सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से यात्रा रूट पर सुरक्षा और यातायात की निगरानी की जाएगी। अलग-अलग क्षेत्रों से कंट्रोल रूम में फीड आ रहा है।

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