
चम्बा। हमेशा अपने कारनामों से चर्चा में रहने वाले सुन्दरम शर्मा लम्बे वक्त बाद लेकिन आखिरकार लाइनहाजिर कर ही दिया गया। बड़ी अजीव बात तो तब है, जब दो दिन पहले ही पुलिस महानिदेशक टिहरी आये और कुछ व्यापारियों ने सुन्दरम के कामों के तारीफ के पुल बांधे थे। शायद डीजीपी भी समझ गये थे, कि इन्हे सुन्दरम ने ही भेजा है। आखिरकार डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर दिया।
आन्दोलन कर रही उप्पू गांव की महिलाओं के साथ बर्ताव, बौराड़ी में मोमों मामला, पत्रकारों के साथ अभद्रता, लाकडाउन में सेना के जवान के साथ चम्बा में अभद्रता आदि कई कारनामों की लम्बी फेहरिस्त थी, फिर भी इन साहब का कोई कुछ नही बिगाड़ पाया। डीआई जी के निर्देश के बाद एसएसपी टिहरी तृप्ति भटट ने सुन्दरम के निलंबन की कार्यवाही की। निलंबन की तिथि तक वह पुलिस लाइन चम्बा में रहेंगे और उन्हे सिर्फ जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा। थाना चम्बा का दायित्व पंकज देवरानी को सौंपा गया है, जबकि टिहरी थाने का दायित्व देवेन्द्र रावत को सौंपा गया है।
सुन्दरम शर्मा माामले की जांच क्षेत्राधिकारी नरेन्द्र नगर प्रमोद शाह को सौंपी गई है। वह 15 दिन के अन्दर अपनी जांच रिर्पोट सौंपेंगे। एसएसपी तृपित भटट ने कर्तव्यों में शिथिलता, उच्च अधिकारियों के आदेश की अवहेलना और अनुशासनहीनता पर चम्बा थाना प्रभारी सुन्दरम शर्मा को निलंबित किया है।