
देहरादून जिले में बीती रात बादल फटने की खबर मिलते ही प्रदेश के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी सक्रिय हो गए और लगातार आपदा ग्रस्त इलाकों में राहत के निर्देश देते रहे। रायपुर ब्लॉक के सरखेत गांव में लोगों ने यह जानकारी प्रशासन को दी। एसडीआरएफ की टीम सूचना पाते ही मौके पर पहुंच गई। फिलहाल राहत की बात ये है कि घटना के बाद गांव में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। इस बीच मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले चौबीस घंटे में देहरादून, चमोली और बागेश्वर के कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। ऐसे में आपदा प्रबंधन विभाग से जुड़े अधिकारियों रहने की जरूरत है। इन जिलों में भारी बारिश के साथ ही कहीं-कहीं तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका है।
बारिश से नदियां उफान पर, प्रशासन अलर्ट
बारिश से सौंग, सुसवा, चंद्रभागा नदियां उफान पर आ गई हैं। वहीं बंगाला नाला और अन्य छोटे नालों का जलस्तर भी बढ़ गया। लगातार हो रही बारिश के बाद प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। वहीं किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ को भी तैयार रहने के लिए कहा गया है। वहीं देहरादून में भी प्रेमनगर के पास टोंस नदी उफान पर आ गई।
आपदा कंट्रोल रूम देहरादून द्वारा सूचित कराया गया कि एक कॉलर द्वारा समय 02:45 बजे बताया गया कि ग्राम सर खेत रायपुर में बादल फट गया है। कई लोग फंसे हैं व एसडीआरएफ टीम की आवश्यकता है। उक्त सूचना पर पोस्ट सहस्त्रधारा से निरीक्षक अनिरुद्ध भंडारी के हमराह टीम तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मार्ग मालदेवता पर बाधित मिला। वाहन के किसी सूरत में आगे न जाने की सूरत में टीम द्वारा बिना वक़्त गवाये तत्काल पैदल ही आगे बढ़ने का निर्णय लिया गया।
घटनास्थल पर पहुंचकर ज्ञात हुआ कि बादल फटने के कारण नदी एवं कुवा खाला में अत्यधिक पानी आने से ग्राम सरखेत में कुछ मकानों में पानी घुस आया। SDRF टीम द्वारा ग्राम सरखेत में फंसे सभी लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित कर दिया गया है । किसी भी प्रकार की जनहानि नही हुई है। चार-पांच किलोमीटर आगे कुछ लोग रिसॉर्ट में पनाह लिए हुए है, जिन्हें रेस्क्यू करने हेतु टीम जा रही है ।