फेल छात्रों को मिलेगा पास होने का मौका, शिक्षा मंत्री ने कहा-कैबिनेट में प्रस्ताव लाएगी सरकार

उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में अधिकतम दो विषयों में फेल छात्र-छात्राओं को सरकार पास होने का मौका देगी। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के मुताबिक…

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स्कूली बसों व वैन में लगेगा GPS… ऐसे होगी बच्चों की निगरानी

देहरादून: प्रदेश के विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए एक नया प्रयास किया जा रहा है। आने वाले समय में स्कूली बच्चों पर नजर रखने के लिए बसों और बहन में…

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ग्रीष्मकालीन अवकाशों में कटौती करने का शिक्षकों ने किया विरोध।

नई टिहरी।ग्रीष्मकालीन अवकाशों में कटौती करने का शिक्षकों ने विरोध किया है । विभाग के द्वारा पूरे वर्ष भर का शैक्षिक कैलेंडर जारी किया जा चुका है इसके बावजूद नित…

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सामाजिक मूल्य और संस्कृति को बेहतर जानने के लिए बेहतर है नई शिक्षा नीति- प्रो. सकलानी। डायट टिहरी में कार्यशाला का अयोजन।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में स्टेक होल्डर्स की संयुक्त कार्यशाला में उनके विचार जाने गए। अगले 40 सालों के लिए केंद्र सरकार ने नई शिक्षा नीति बनाई है। जिसका 2023 से प्ले ग्रुप, नर्सरी और आंबनबाड़ी स्तर से क्रियान्वयन शुरू होना है। एनईपी को भारत मूल्यों, संस्कार और भारतीय भाषाओं को समृद्ध बनाने के लिए बेहतर बनाया गया है। वक्ताओं ने कहा कि इसके लागू होने से भारत पुनः विश्व गुरू के पद पर आसीन होगा। इस मौके पर डायट की ओर से बनाई गई पुस्तिका का भी विमोचन किया गया।
नई टिहरी स्थित डायट में आयोजित कार्यशाला का एनसीईआरटी के निदेशक प्रो. दिनेश प्रसाद सकलानी ने शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के शासनकाल में भारतीय शिक्षा व्यवस्था का क्षरण हुआ। मैकाले की शिक्षा पद्धति ने भारतीय मूल्यों और संस्कारों पर हमला किया। इससे पूरी शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हुई। लेकिन वर्तमान में केंद्र सरकार ने निर्णय लेते हुए नई शिक्षा नीति बनाई है। जिसमें शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों, सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने मिलकर प्रयास किया। कहा कि भारत को समझने के लिए यह नीति बनाई है। खास बात यह है कि इसमें भारतीय भाषाओं को तवज्जो दी गई है। चरित्र, सामाजिक मूल्य और संस्कृति को बेहतर जानने के लिए इसमें पूरा समावेश किया है। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया वह अपनी जिम्मेदारी समझें। उन्होंने सुझाव दिया कि कक्षा 5 से 8 तक के बच्चे साल में एक बार 15 दिन के लिए अपने गांव जांए। जबकि कक्षा 8 से 12 तक 15-15 दिन साल में दो बार छात्र अपने गांव जाकर संस्कृति को परखेंगे। इससे अपनी माटी से जुड़ाव बढ़ेगा। कार्यशाला में शिक्षकों, प्राध्यापकों, सामाजिक संगठनों, महिला एवं बाल विकास, वन स्टाॅप सेंटर, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से अपने सुझाव एनईपी के लिए आवयश्यक रूप से दर्ज करने की अपील की। एनसीईआरटी की प्रो. संध्या संगई ने शिक्षक प्लान, प्रौढ़ शिक्षा, बुनियादी संख्या ज्ञान, साक्षरता, वोकेशनल शिक्षा, जॉब आधारित शिक्षा, समावेशी शिक्षा, स्कील बेस शिक्षा की जानकारी दी।

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प्राइवेट स्कूलों की फीस वसूली और मनमानी को लेकर डीएम को ज्ञापन दिया।

टिहरी। टिहरी शहर कांग्रेस के एक शिष्टमंडल के द्वारा शहर अध्यक्ष देवेंद्र नौडियाल के नेतृत्व में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन द्वारा जानकारी दी गई कि फीस वसूली को लेकर निजी स्कूलों की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही है। निजी स्कूलों के द्वारा अनावश्यक रूप से फीस वसूली की जा रही है।ऐसे मदो में फीस ली जा रही है जिनका कोई औचित्य नहीं है।एक ही विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों को एक कक्षा से दूसरी कक्षा में प्रमोट होने पर दोबारा से प्रवेश शुल्क लिया जा रहा है जोकि सरासर गलत है। शहर कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र नौडियाल ने कहा कि पूर्व में अभिभावकों द्वारा जिला प्रशासन से इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहा गया था।जिलाधिकारी के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को जांच सौंपी गई जिसकी जांच आख्या अभी तक नहीं आई है।जबकि अप्रैल का महीना आने पर स्कूलों में प्रवेश प्रारंभ हो जाते हैं जिस कारण निजी स्कूल छात्रों तथा अभिभावकों पर फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं, इससे अभिभावको में अत्यन्त रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के भीतर उक्त स्कूलों पर नकेल नहीं लगाई गई तो आक्रोशित जनता आन्दोलन स्कूलों के खिलाफ मोर्चा खोल देगी।जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन/जिला शिक्षा अधिकारी एवं स्कूल प्रशासन की होगी।
ज्ञापन देने वालों में नई टिहरी शहर कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र नोडियाल,कांग्रेस के प्रदेश सचिव मुशर्रफ अली,युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव लखबीर चौहान,युवा कांग्रेस के टिहरी विधानसभा अध्यक्ष नवीन सेमवाल,शहर कांग्रेस उपाध्यक्ष संतोष आर्य,पुरुषोत्तम पंत,नदीम आदि शामिल रहे।

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राज्य में नई शिक्षा नीति को लागू करने सहित अन्य कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर केन्द्रीय शिक्षा मंत्री से चर्चा।

प्रदेश में विद्यालयी एवं उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति से भी केन्द्रीय शिक्षा मंत्री को अवगत कराया। सूबे में शिक्षा एवं कौशल विकास के लिए केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पंचवर्षीय योजना तैयार कर प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजने के निर्देश दिये।

प्रदेश के सहकारिता, विद्यालयी शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, उच्च शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डाॅ धन सिंह रावत ने आज विद्यालयी एवं उच्च शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ ओएनजीसी सभागार में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से शिष्टाचार भेंट कर उनका देहरादून आने पर स्वागत किया। डाॅ रावत ने कहा कि सूबे में नौनिहालों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने, कौशल विकास को बढ़ावा देने, राज्य में नई शिक्षा नीति को लागू करने सहित अन्य कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर केन्द्रीय शिक्षा मंत्री से विस्तारपूर्वक चर्चा की

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इसी सत्र से होगी नई शिक्षा नीति लागू–शिक्षा मंत्री

सूबे के सहकारिता, शिक्षा, उच्च शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने राज्य में इसी शैक्षिक सत्र से नई शिक्षा नीति लागू करने के निर्देश…

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उत्तराखंड में इसी सत्र से लागू होगी नई शिक्षा नीति। मंत्री धन सिंह रावत ने दिए निर्देश। 10 वीं में अब बोर्ड नही।

देहरादून। उत्तराखंड के सहकारिता, शिक्षा, उच्च शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने राज्य में इसी शैक्षिक सत्र से नई शिक्षा नीति लागू करने के निर्देश उच्च शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति का ड्राफ्ट एक सप्ताह के भीतर फाइनल किया जाय ताकि प्रथम चरण में प्री-प्राइमरी, बालवाटिका एवं उच्च शिक्षा के अंतर्गत प्रथम सेमेस्टर में नई शिक्षा नीति को लागू किया जा सके। डॉ रावत ने विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक कैलेंडर तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिये साथ ही उन्होंने समय पर कुलपतियों की नियुक्ति करने की बात भी कही। माध्यमिक शिक्षा में शीघ्र डीपीसी कर एक माह के भीतर प्रधानाचार्यों एवं प्रधानाध्यापकों के प्रोन्नति के रिक्त पदों भरने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये।

यह बात उन्होंने कैम्प कार्यालय में आयोजित माध्यमिक शिक्षा एवं उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कही। डॉ रावत ने राज्य में इसी शैक्षिक सत्र से नई शिक्षा नीति लागू करने के निर्देश उच्चाधिकारियों को दिये। उन्होंने एक सप्ताह के भीतर नई शिक्षा नीति का ड्राफ्ट फाइनल करने के निर्देश अधिकारियों को देते हुए कहा कि राज्य में नई शिक्षा नीति को प्रथम चरण में प्री-प्राइमरी, बालवाटिका एवं उच्च शिक्षा के अंतर्गत प्रथम सेमेस्टर में लागू किया जाएगा। डॉ रावत ने राज्य विश्वविद्यालयों को शैक्षणिक कैलेंडर जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा विश्वविद्यालयों में शैक्षिक गतिविधियों को समय पर पूरा करने के लिये यह जरूरी है। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति समय पर की जाएगी इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन विश्वविद्यालयों में कुलपतियों का कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है ऐसे विश्वविद्यालयों में छह महीने पहले नए कुलपति के लिये विज्ञापन जारी किया जाय। डॉ रावत ने विश्वविद्यालयों में डीजी लॉकर व्यवस्था शीघ्र लागू करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि डीजी लॉकर व्यवस्था लागू होने से छात्र-छातत्राओं को ऑनलाइन शैक्षिक प्रमाण पत्र प्राप्त करने में आसानी होगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि डीजी लॉकर व्यवस्था लागू न करने वाले विश्वविद्यालयों के खिलाफ ठोस कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। शिक्षा मंत्री डॉ रावत ने माध्यमिक शिक्षा विभाग में प्रोन्नति के खाली पड़े पदों की एक माह के अंदर डीपीसी कर प्रधानाचार्यों एवं प्रधानाध्यापकों के रिक्त पदों को शीघ्र भरने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये।

बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव विद्यालयी शिक्षा आर मीनाक्षी सुंदरम, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, अपर सचिव उच्च शिक्षा एम एम सेमवाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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केंद्रीय विद्यालय नई टिहरी, सौरखांड और नवोदय विद्यालय पौखाल में छात्र-छात्राओं को प्रधानमंत्री का परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम दिखाया गया।

टिहरी। टिहरी जिले के विभिन्न विद्यालयों में पीएम मोदी के परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम को देखने के लिये विद्यालयों में एलईडी टीवी लगाकर छात्रों को कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया गया। इस दौरान छात्रों ने ध्यान पूवर्क पीएम मोदी की बातें सुनी और समझी। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम को लेकर केंद्रीय विद्यालय नई टिहरी, जवाहर नवोदय विद्यालय पौखाल, प्रतापनगर के केवी सौड़ खांड, हाईड्रों इंजीनिरिंग कॉलेज भागीरथी पुरम तथा पीजी कॉलेज के छात्रों ने पीएम मोदी का परीक्षा पे कार्यक्रम देखा और सुना। कार्यक्रम के दौरान देश के विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने पीएम से सीधा संवाद कर परीक्षा को लेकर प्रश्न भी पूछे, जिसका पीएम ने जबाव भी दिया। छात्रों ने बताया की बीते वर्षों में कोरोना माहामारी चलते पीएम का परीक्षा को लेकर कार्यक्रम नहीं हो पाया, उनके मन में आगामी बोर्ड परीक्षा को लेकर कई सवाल थे, जिनकों उनके साथियों द्वारा पीएम से पूछा गया। छात्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने छात्रों को परीक्षा को लेकर किसी प्रकार का तनाव न करने की सलाह दी, और शांत मन से परीक्षा देने सहित अन्य जानकारियां उसके साथ साझा की।

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प्रधानमंत्री मोदी के परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम की तैयारी शुरू। केन्द्रीय विद्यालय नई टिहरी, सौरखंड और नवोदय विद्यालय पौखाल के प्राचार्यों की संयुक्त पत्रकार वार्ता।

टिहरी। छात्र छात्राओं को परीक्षाओं के तनाव से दूर रहने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम 1 अप्रैल को होगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छात्र छात्राओं , शिक्षकों और अभिभावकों से बातचीत करेंगे। यह परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का पांचवां संस्करण होगा। नई टिहरी में आयोजित एक संयुक्त पत्रकार वार्ता में केन्द्रीय विद्यालय नई टिहरी, नवोदय विद्यालय पौखाल और केंद्रीय विद्यालय सौरखंड के प्रधानाचार्यो ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए पूरी तैयारियां की गई हैं। इस मौके पर नवोदय विद्यालय पौखाल के प्राचार्य आदेश कुमार शर्मा ने कहा कि परीक्षा पे चर्चा एक बहुप्रतीक्षित वार्षिक कार्यक्रम है, जिसमें प्रधानमंत्री अपनी शैली से छात्र-छात्राओं को तनावमुक्त रहने की बातें बताते हैं और छात्रों द्वारा पूछे गए प्रश्नों सवालों के जवाब भी देते हैं। केंद्रीय विद्यालय नई टिहरी के प्राचार्य सुखदेव सिंह जायरा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कार्यक्रम बहुत ही लोकप्रिय है, इस कार्यक्रम की प्रतीक्षा सिर्फ छात्र ही नहीं , बल्कि अभिभावक भी करते हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम से छात्र छात्राओं के लिए तनाव मुक्त माहौल बनाने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा यह कार्यक्रम किया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छात्रों अभिभावकों, शिक्षकों और समाज को ऐसे माहौल को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करते हैं, जहां प्रत्येक बच्चे के व्यक्तित्व में वृद्धि हो सके और उन्हें प्रोत्साहित किया जा सके साथ ही छात्रों को अभिव्यक्ति करने की सुविधा मिलती हो। इस मौके पर केन्द्रीय विद्यालय सौरखंड लम्बगांव के प्राचार्य प्रदीप थपलियाल सहित केन्द्रीय विद्यालय नई टिहरी के अन्य शिक्षक मौजूद थे।

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