
उत्तराखंड
चीन सीमा को जोड़ने वाला जोशीमठ-मलारी हाईवे मंगलवार को सलधार में बंद हो गया है। यहां चट्टान से भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा हाईवे पर आने से हाईवे के दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही थम गई।सेना और आईटीबीपी के वाहन भी यहां फंस गए जबकि कई ग्रामीण दो किमी पैदल चलकर अपने गंतव्य तक पहुंचे। सूचना पर बीआरओ ने जेसीबी लगाकर हाईवे खोलने का काम शुरू कर दिया। देर शाम तक हाईवे खोलने का काम जारी रहा।मंगलवार सुबह करीब दस बजे अचानक रैणी व सलधार के बीच चट्टान से भारी मात्रा में मलबा जोशीमठ-मलारी हाईवे पर आ गया जिससे यहां सेना, आईटीबीपी के साथ ही स्थानीय लोगों के वाहनों की आवाजाही थम गई। ग्रामीणों को भी आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई ग्रामीण तो करीब दो किलोमीटर पैदल चलकर गंतव्य तक पहुंचे। स्थानीय निवासी लक्ष्मण सिंह नेगी ने बताया कि नीती घाटी में इन दिनों लाता की मां नंदा की दिवारा यात्रा चल रही है।कई प्रवासी ग्रामीण भी मां नंदा की दिवारा यात्रा में पहुंचे हैं लेकिन हाईवे बंद होने से ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। इधर, बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने बताया कि हाईवे खोलने का काम शुरू कर दिया गया है। देर रात तक हाईवे पर वाहनों की आवाजाही शुरू करा दी जाएगी।