
टिहरी
2 अक्टूबर 2022 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 153वी जयंती एवं लाल बहादुर शास्त्री जी की 118वी स्वर्णिम जयंती के अवसर पर, सखी वन स्टॉप सेंटर में महिला धिवक्ता श्रीमती वीना सजवान, केंद्र प्रशासक रश्मि बिष्ट , काउंसलर श्रीमती अनीता नेगी, नीलम साह, उमा पंवार, सोनिया आदि द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एवं शास्त्री जी की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया गया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंतियां हर्षोल्लास से मनाई गई | श्रीमती वीणा सजवान, ने कहा कि हमारे वेद, पुराण, उपनिषदों तथा सभी धार्मिक ग्रंथों का मूल आधार सत्य और अहिंसा है लेकिन गांधी जी की महानता और उनके व्यक्तित्व की विशिष्टता यह थी कि उन्होंने सत्य और अहिंसा जैसी धार्मिकता की अनुभूति को न केवल सार्वजनिक स्तर पर प्रतिस्थापित किया बल्कि उस अनुभूति को स्वतंत्रता संघर्ष का साधन बनाया और उसी के बल पर एक नए भारत के निर्माण की परिकल्पना की। उनकी यह परिकल्पना आज न केवल भारत के लिए प्रासंगिक है, बल्कि पूरी दुनिया उनके सत्य और अहिंसा के संदेश को गंभीरता से ले रही है। केंद्र प्रशासक रश्मि बिष्ट ने कहा, “गांधी जयंती हम सभी के लिए उनके प्रेरक जीवन – शांति, समानता और सांप्रदायिक सद्भाव के मूल्यों के लिए खुद को फिर से समर्पित करने का अवसर है।