
टिहरी
टिहरी वाटर स्पोर्ट कप का केंद्रीय उर्जा मंत्री आर के सिंह व सीएम धामी ने शुभारंभ किया। तीन दिन चलने वाली इस प्रतियोगिता में वाटर स्पोर्ट्स का रोमांस दिखाई देगा। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से टिहरी झील में पहली बार टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप का आयोजन 28 से 30 दिसंबर 2022 तक किया जा रहा है। आज कोटी कॉलोनी में एशियाई चैंपियनशिप एवं ओलंपिक क्वालीफाइंग 2020-23 का शुभारंभ केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह, मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय, विधायक विनोद कंडारी, विधायक शक्ति लाल शाह व विधायक विक्रम नेगी, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण आदि की उपस्थिति में किया गया।इस मौके पर सीएम धामी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए उनका आभार व्यक्त किया। कहा कि इस खेल के आयोजन से टिहरी ही नहीं राज्य को नई पहचान मिलेगी। कहा पीएम मोदी जी के दिशा निर्देशन में सरकार अच्छा काम कर रही है। निकट भविष्य में हमारा राज्य अग्रणी पंक्ति में आए। टिहरी झील में अनेक जलक्रीड़ा होंगी इसका लाभ भी स्थानीय लोगों को मिलेगा। उन्हें प्राथमिकता भी मिलेगी। खेल में प्रतिभाग करने आए सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री आर के सिंह ने सबसे पहले देवभूमि को नमन किया।कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे यहां आने का मौका मिला। उन्होंने टिहरी झील के किनारे स्पोर्ट्स अकादमी स्थापित करने की घोषणा की। कहा केनो व कयाकिंग में यहां से विश्व स्तरीय खिलाड़ी निकलें इसके प्रयास करेंगे। पूरे देश में 12000 से ज्यादा हाइड्रो प्रोजेक्ट हम बनाने जा रहे हैं। उत्तराखंड में हाइड्रो की विशाल संभावनाएं हैं। प्रदेश के विकास के लिए जितना संभव होगा ऊर्जा मंत्रालय पूरा करेगा। डैम टॉप से लोकल लोगों के लिए 1 घंटा समय और बढ़ा रहे हैं। हमारा मकसद है कि हम मिलकर उत्तराखंड का विकास करेंगे। हमारी लालसा है कि केनो व कयाकिंग में हमें मेडल मिले।स्थानीय विधायक किशोर उपाध्याय ने केंद्रीय मंत्री व मुख्यमंत्री का आभार जताया और टिहरी की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया।टीएचडीसी अध्यक्ष प्रबंध निदेशक विश्नोई ने अतिथियों का स्वागत करते हुए वॉटर स्पोर्ट्स के बारे में जानकारी दी। कहा कि वाटर स्पोर्ट्स के माध्यम से टिहरी को विश्व स्तर पर डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित किया जाएगा।प्रतियोगिता में नौकायन और कयाकिंग शामिल है। आइटीबीपी की ओर से इस आयोजन में तकनीकी सहयोग किया जाएगा। इसके अतिरिक्त उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन, उत्तराखंड नौकायन कयाकिंग एसोसिएशन, एसडीआरएफ इसमें सहयोग करेगा।