उत्तराखंड में पटवारी परीक्षा में पेपर लीक मामले की जांच अब एसआईटी करेगी, 7 आरोपियों को किया जा चुका अब तक गिरफ्तार

उत्तराखंड

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की ओर से 8 जनवरी को पटवारी भर्ती परीक्षा कराई गई थी। इस भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के बाद से ही परीक्षार्थियों में जबरदस्त नाराजगी दिखाई दे रही है। पिछले दिनों युवाओं ने आयेाग कार्यालय के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन भी किया था। मामले में विपक्ष और परीक्षार्थियों द्वारा लगातार एसआईटी जांच की मांग की जा रही थी। जिसके बाद अब एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने पेपर लीक की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है।उधर, एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने भी एसआईटी को महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पूरा फोकस रखते हुए जांच करने के निर्देश दिए हैं। विदित हो कि परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले का एसटीएफ ने गुरुवार को खुलासा किया था। जिसमें पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। बाद में दो और आरोपियों प्रमोद और मनीष को हरिद्वार से गिरफ्तार किया था। एसआईटी प्रभारी पुलिस अधीक्षक अपराध रेखा यादव को नियुक्त करते हुए एक सीओ, एक इंस्पेक्टर, दो दारोगा और अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया है। पटवारी भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले की प्रारंभिक जांच में 30 से अधिक छात्रों के शामिल होने की बात सामने आई है। माना जा रहा है अभी यह आंकड़ा शतक पार जा सकता है। पूछताछ आगे बढ़ेगी वैसे-वैसे ही अन्य छात्रों के नाम भी सामने आते जाएंगे। एसटीएफ का टारगेट उन सभी संभावित छात्रों का सत्यापन करना है, जो पेपर लीक मामले में जु़ड़े छात्रों और आरोपियों से संपर्क में थे। बताया जा रहा है कि इसके लिए कॉल डिटेल के जरिए भी जानकारी जुटाई जा रही है।सात लोगों की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ अब अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी कर सकती है। इसके लिए पुख्ता जानकारी और सुबूत जुटाए जा रहे हैं। इसके लिए जहां एक ओर एसटीएफ अपनी जांच कर रही है। वहीं, खुफिया विभाग ने अलग-अलग क्षेत्रों में जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। एसटीएफ की जांच में पेपर लीक की पुष्टि होने के बाद इसमें शामिल आरोपियों के बारे में अलग-अलग जगहों से खुफिया विभाग की टीमों से सूचनाएं मिल रही हैं।उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक मामले का खुलासा होने के बाद कई कोचिंग सेंटर एसटीएफ के रडार पर आ गए हैं। इसके बाद कई कोचिंग सेंटर संचालक भूमिगत हो गए हैं। पकड़े गए सात आरोपियों में से एक पथरी के शिक्षक राजपाल समेत अन्य आरोपियों के कोचिंग सेंटर संचालकों से तार जुड़े होने की आशंका को देखते हुए जांच आगे बढ़ रही है। वहीं, एसटीएफ की रडार पर आने के बाद से कई कोचिंग सेंटर संचालक नदारद बताए जा रहे हैं। हरिद्वार, रुड़की व आसपास के क्षेत्रों में कई कोचिंग सेंटर हैं। जिनमें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है।

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