
एक बेटे ने कर दिखाया था..
जो नेता जी से भी न हो पाया……..
आलोकिक शिव धाम खतंलिग ओर मां रुद्रा के पावन स्थल के द्वार पर विराजमान भगवान सोमेश्वर की स्थली गंगी गांव में भेड़ परिक्रमा का देवीय अनुष्ठान आज सम्पन्न हुआ। यूं तो इस कार्यक्रम को राजनैतिक रंग देने की सम्पूर्ण कोशिश की गई पर भगवान शोमेश्वर हैं कि सभी को आशीर्वाद देते कहां हैं।
यह आशीर्वाद 2016 में एक बेटे को ही प्राप्त हुआ था जिनके अथक प्रयास से पहली बार गंगी गांव में सुबे कै मुखिया जी का उड़नखटोला बैठा था ओर वह आशिर्वाद श्री हरीश रावत जी को प्राप्त हुआ.।
इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी गंगी गांव के लोगो को बनाने हेतू कोई नेता नहीं बल्कि एक बेटा हिमालय का भिलंगना घाटी का ,घनसाली विधानसभा का तत्कालीन विधायक भीमलाल आर्य ही था जिन्होंने ठानी थी जिनका संकल्प था , पर्ण था कि हिमालय कि गोद में बसे उस पावन शोमेश्वर की धरती पर मुख्यमंत्री जी आशिर्वाद लें, ओर यह संभव हो पाया.।
घोषणाओं को दरकिनार भी किया जाए जिसमें विद्यालय उच्चीकरण, भगवान शोमेश्वर का आधुनिकीकरण, जड़ीबूटी उद्यान, गंगी रोड़ इत्यादि..।
पर जो सहास जो हिम्मत एक बेटे ने विपक्ष का विधायक होकर भी दिखाई मुख्यमंत्री जी को गंगी तक ले गऐ वहीं एक नेता जी आज एक मंत्री जी को न पहुंचा पाए गंगी।
यह गंगी गांव के लोगो का भगवान शोमेश्वर के प्रति आस्था का कौथिग था यहां भगवान से अपने धन भेड़ बकरियों को सकुशल लौटने का वचनबद्धता हेतू लिया गया समर्पित पर्ण था इस कोथिग में समर्पण था, आस्था थी ,भावना थी ,अतिथि सत्कार था , गंगी गांव के निष्चल लोगो की आत्मीयता थी पर जब इसे राजनैतिक नजरिये से देखा जाने लगा तब इसके विरोध में भी स्वर उठे ओर वह स्वर……. गंगी गांव के विकास के थे , गंगी की मूलभूत समस्याओं के थे, 21वीं सदी के गंगी गांव के थे ,गंगी गांव की स्वास्थ्य सेवाओ के थे, संचार सेवाओं के थे, गंगी गांव के शिक्षा के थे, खतंलिग सहश्रताल के द्वार गंगी से उन कठिन मार्गो के थे विकास के थे ओर समुचे जनमानस के उत्थान कै थे….।
भगवान सोमेश्वर की थाती से लौटे सभी श्रद्धालुओं को सोमेश्वर का आशीर्वाद प्राप्त हो जनप्रतिनिधियों की सद्धवुद्धि जाग्रत हो भिलंगना घाटी का कल्याण हो यही आस्था समर्पण भाव भगवान सोमेश्वर के चरणो में पहुचे……।
हर हर महादेव….।
जय सोमेश्वर महादेव…..।।