
खनन माफिया की तलाश में कुंडा के ग्राम भरतपुर में दबिश देने आई यूपी के ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद) की पुलिस और एसओजी टीम की ग्रामीणों से भिड़ंत और फिर हुई फायरिंग में गुरजीत की जान चली गई। सौम्य स्वभाव की गुरजीत की हत्या की खबर क्षेत्र की जनता को झकझोर कर रख दिया। मौत को लेकर उपजे आक्रोश से पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। गुरुवार दोपहर को गुरजीत का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग नम आंखों से गुरजीत को अंतिम विदाई देने पहुंचे। गुरजीत की मौत से परिजन बिखर गए हैं। उसकी पांच साल की एक बेटी है और चार माह पूर्व ही उसने एक बेटे को जन्म दिया था।कुंडा थाना पुलिस को दी तहरीर में भरतपुर निवासी गुरजीत के पति गुरताज ने कहा है कि 12 अक्तूबर की शाम करीब साढ़े छह बजे उनके घर दो गाड़ियों से 10-12 लोग पहुंचे। उनमें से कई व्यक्तियों के मुंह से शराब की बदबू आ रही थी। आते ही गालियां देते हुए बोले कि वे ठाकुरद्वारा पुलिस के लोग हैं। उन्हें एक आदमी की तलाश है। इस पर उसने कहा कि अगर आप लोग पुलिस कर्मी हो तो हमारे कुंडा थाने की पुलिस को बुला लो और तलाशी ले लो। गुरताज का कहना है कि ज्येष्ठ उपप्रमुख के रूप में परिचय देने पर वह उनके साथ गालीगलौज करते हुए दुमंजिलों के कमरों में घुस गए और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। उनकी पत्नी गुरजीत कौर को सीने में गोली लगी। फायरिंग की आवाज सुनकर परिजन व आस-पास के लोग वहां आ गए। लोगों ने उनमें से चार व्यक्तियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। जिस व्यक्ति ने उनकी पत्नी को गोली मारी थी, छीना झपटी में उसका पिस्टल भी मौके पर गिर गया। अस्पताल ले जाने पर डाक्टरों ने उनकी पत्नी को मृत घोषित कर दिया। एसपी चंद्रमोहन ने बताया कि तहरीर पर एक राय होकर हत्या करने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मृतका गुरजीत कौर बेहद सौम्य स्वभाव की थी। उसकी हत्या की खबर ने क्षेत्र की जनता को झकझोर कर रख दिया। उसकी पांच वर्ष की एक बेटी है और चार माह पूर्व ही उसने एक बेटे को जन्म दिया था।