
सू.वि.टिहरी
‘‘मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई NCORD राज्य स्तरीय समिति की बैठक।‘‘
मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन द्वारा शुक्रवार को NCORD राज्य स्तरीय समिति की सप्तम बैठक की गई। देर सांय तक चली उक्त बैठक में समस्त जनपदों के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं अन्य संबंधित अधिकारियों द्वारा वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग किया गया।
जनपद टिहरी गढ़वाल से जिलाधिकारी नितिका खण्डेलवाल ने जिला कलेक्ट्रेट नई टिहरी के वीसी कक्ष से बैठक में प्रतिभाग किया। मुख्य सचिव ने कहा कि नशामुक्ति के लिए उसकी स्थिति से अवगत होते हुए सख्त प्रर्वतन की कार्यवाही कर जड़ तक जाकर नशीली दवाओं की मांग एवं आपूर्ति की चैन को तोड़ना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जन-जागरूकता हेतु इनफ्लुएंसर, यूट्यूबर, रेडियो, सोशल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आदि के माध्यम से वृहद् स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाय। नशीली दवाओं की बिक्री रोकने के लिए अगले 15 दिन के भीतर अभियान चलाकर नशा प्रभावित क्षेत्रों एवं दुकानांे में छापेमारी करने के निर्देश दिये गये। इसके साथ ही महिला एवं युवक मंगल दलों को सक्रिय करना, स्वास्थ्य जांच अभियान, स्कूलांे में प्रहरी क्लब तथा काॅलेजों में हेल्थ एण्ड हाईजिन क्लबों को असरदार करने, जिला स्तरीय मानसिक स्वास्थ्य समीक्षा समिति की अगली बैठक जल्द आयोजित करने के निर्देश दिये। इस मौके पर नशामुक्ति केन्द्रों को लेकर भी चर्चा की गई।
वीसी के पश्चात् जिलाधिकारी द्वारा सभी संबंधित अधिकारियों को अपने-अपने स्तर से नशामुक्ति हेतु आवश्यक कार्यवाही करने हेतु दिशा-निर्देश दिये गये। समाज कल्याण विभाग को नशामुक्ति केन्द्र का प्रस्ताव बनाकर उपलब्ध कराने, सूचना विभाग को नशीली दवाओं के सेवन से उत्पन्न खतरों को लेकर लघु फिल्म, मादक पदार्थों के आदी व्यक्ति, जिसने नशे पर काबू पा लिया हो, उसकी सफलता की स्टोरी तथा मनोवैज्ञानिकों के जागरूकता सम्बन्धी इंटरव्यू आदि इनफ्लुएंसर, यूट्यूबर, रेडियो, सोशल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रसारित करने, सेवायोजन विभाग को कैरियर कांउसिलिंग कार्यक्रम के दौरान जागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिये गये तथा स्कूल के बाद बच्चों को खेल गतिविधियों से जोड़ने की बात कही गई, ताकि बच्चों की ऊर्जा सही दिशा में लग सके। बैठक मंे अधिकारियों द्वारा नशामुक्ति को लेकर अपने-अपने सुझाव दिये गये।
इस मौके पर एडीएम ए.के. सिंह, डीपीओ संजय गौरव, डीपीआरओ एम.एम.खान, जिला सेवायोजन अधिकारी लक्ष्मी यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी श्रेष्ठा भाकुनी, मनोवैज्ञानिक डाॅ. रीना सिंह सहित स्वास्थ्य, शिक्षा एवं पुलिस विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।