मां धारी देवी 9 साल बाद अपने मंदिर में होंगी विराजमान

उत्तराखंड

मां धारी देवी की प्रतिमा को आज (शनिवार) शुभ मुहूर्त में नए मंदिर में स्थापित कर दिया जाएगा। प्रतिमाओं की स्थापना के लिए मंदिर को भव्य तरीके से फूलों से सजाया गया है। चारों धामों की रक्षक मां धारी देवी की प्रतिमा की स्थापना के लिए सिद्धपीठ धारी देवी मंदिर में मंगलवार से पूजा-अर्चना शुरू हो गई थी। पहले दिन मंदिर में शतचंडी यज्ञ करते हुए मां धारी देवी की मूर्ति सहित अन्य देवी-देवताओं के नए मंडप की पूजा-अर्चना की गई।उत्तराखंड के लिए यह दिन काफी महत्वपूर्ण और खुशीभरा साबित होगा, क्योंकि नौ वर्षों के बाद मां धारी देवी अपने मूल स्थान के ठीक ऊपर बने मंदिर में विराजमान होंगी। इस आनंददायक अवसर के लिए मंदिर के पुजारियों ने सीएम पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, सांस्कृतिक एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, विधायक विनोद कंडारी सहित जिले के डीएम सहित तमाम अधिकारियों, अन्य मंदिरों के पुजारियों को न्योता भेजा है। मां धारी देवी के नए मंदिर का निर्माण जीवीके कंपनी द्वारा अलकनंदा नदी पर बनाया गया है। यह सिद्धपीठ मां धारी देवी के पुराने मंदिर के ठीक ऊपर बनाया गया है। पुराना मंदिर जलमग्न होने के बाद प्रतिमाओं को अपलिफ्ट अस्थायी रूप स्थान दिया गया था, जिसके बाद कंपनी ने भव्य मंदिर का निर्माण किया, लेकिन विगत कई सालों से मंदिर न्यास के हैंडओवर नहीं हो पा रहा था। अब जब मंदिर न्यास ने प्रतिमाओं की शिफ्टिंग और स्थापना का मुहूर्त निकाला तो जीवीके कंपनी द्वारा मंदिर को मंदिर न्यास के हैंडओवर किया गया, जिसके बाद मंगलवार से नए मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू हो गई थी। तब कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने भी मंदिर शिफ्टिंग की तैयारियों का मंदिर में पहुंचकर जायजा लिया थाधारी देवी मंदिर में मां की प्रतिमा के साथ ही भगवान शिव, गणेश, भैरवनाथ, क्षेत्रपाल, नंदी महाराज की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। साथ ही पहली बार भगवान शिव की मूर्ति के साथ मां पार्वती की प्रतिमा को भी स्थापित किया जाएगा। मंदिर में नया शिवलिंग भी स्थापित किया जाएगा। मंदिर के प्रबन्धक रमेश चन्द्र पांडेय, जगदम्बा प्रसाद पांडेय के अनुसार, सीएम से लेकर कैबिनेट मंत्रियों को निमंत्रण दिया है। साथ ही बद्री-केदार के धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, पूर्व धर्माधिकारी भुवन प्रसाद उनियाल सहित अन्य लोगों को निमंत्रण दिया है। मंदिर में मंगलवार से पूजा-अर्चना शुरू हो गई है, जो 29 जनवरी को प्रसाद वितरण के साथ संपंन होगी. श्रद्धालुओं के भारी आगमन को देखते हुए मंदिर परिसर में शनिवार को पुलिस बल भी तैनात रहेगा। मंदिर में भीड़ न हो और आने वाले श्रद्धालुओं को माता के दर्शन अच्छी तरह से हो जाए, इसके लिए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। 

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