
उत्तराखंड
अमेरिकी अंतरिक्ष संस्था नासा ने एक बार फिर अपने मून मिशन को लेकर एलान किया है. खास बात यह है कि नासा ने यह मिशन पचास साल बाद तय किया है. सोमवार को नासा ने एलान किया कि 50 साल बाद चार अंतरिक्ष यात्री चांद पर जाएंगे. दिलचस्प बात यह है कि इनमें एक महिला भी शामिल रहेगी. साथ ही एक अश्वेत अंतरिक्ष यात्री को भी मौका मिलने जा रहा है. जो चार अंतरिक्ष यात्री चांद पर जाएंगे उनमें क्रिस्टीना कोच मिशन के लिए नियुक्त पहली महिला अंतरिक्ष यात्री बनेंगी। जबकि विक्टर ग्लोवर पहले अश्वेत अंतरिक्ष यात्री होंगे। नासा का यह मिशन साल 2024 के अंत में या फिर साल 2025 की शुरुआत में लॉन्च होगा। ये अंतरिक्ष यात्री रीड विस्मैन और जेरेमी हैनसेन के साथ रवाना होंगे।

सबसे दिलचस्प बात है कि ये अंतरिक्ष यात्री चांद पर उतरेंगे नहीं लेकिन यह मिशन आने वाले अंतरिक्ष यात्रियों के लिए लैंडिंग का रास्ता आसान कर सकेगा। ह्यूस्टन, टेक्सास में एक समारोह के दौरान नासा ने चारों अंतरिक्ष यात्रियों को सबके सामने पेश किया। इनमें से तीन अंतरिक्ष यात्री अमेरिकी नागरिक हैं तो एक कनाडा के हैं। मिशन के लिए खुद को तैयार करने के लिए ये अंतरिक्ष यात्री अब कठिन ट्रेनिंग की शुरुआत करेंगे। एक महिला और अश्वेत अंतरिक्ष यात्री के चयन के बाद नासा अपने अन्वेषण प्रयासों में और ज्यादा विविधता लाने के अपने वादे को पूरा कर रही है। अभी तक नासा और दूसरी एजेंसियों की तरफ से जितने भी अंतरिक्ष यात्री गए वे श्वेत थे।
चांद पर जाने वाली पहली महिला अंतरिक्ष यात्री 44 साल की क्रिस्टीना कोच एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं। वह 328 दिनों तक अंतरिक्ष में रह चुकी हैं और किसी महिला द्वारा सबसे लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने का रिकॉर्ड है। नासा की एक और अंतरिक्ष यात्री जेसिका मीर के साथ उन्होंने अक्टूबर 2019 में पहली ऑल-फीमेल स्पेसवॉक में भाग लिया। 47 साल के जेरेमी हैन्सन कनाडा के रहने वाले हैं। कनैडियन स्पेस एजेंसी में शामिल होने से पहले, वह रॉयल कैनेडियन एयरफोर्स में एक फाइटर पायलट थे। यह उनका पहला अंतरिक्ष मिशन होगा।
नासा के इस अभियान में शामिल 47 साल के रीड वाइसमैन यूएस नेवी में पायलट हैं। उन्होंने जिसने कुछ समय के लिए नासा के अंतरिक्ष यात्री ऑफिस के प्रमुख के तौर पर भी तैनात रहे हैं। साल 2015 में वह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एक मिशन पर जा चुके हैं। 46 साल के विक्टर ग्लोबर भी यूएस नेवी में हैं और एक ट्रेनी पायलट के तौर पर हैं। साल 2013 में वह 2013 में नासा में शामिल हुए और 2020 में अपनी पहली अंतरिक्ष उड़ान भरी। छह महीने तक अंतरिक्ष स्टेशन पर रहने वाले पहले अफ्रीकी अमेरिकी थे।