
रुद्रप्रयाग
रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर मंगलवार सुबह भारी भूस्खलन हो गया। जिसके चलते हाईवे पर रामपुर में होटल जमींदोज हो गया। वहीं, अगस्त्यमुनि से सोनप्रयाग के बीच हाइवे कई जगहों पर बाधित है। बताया जा रहा है कि यह होटल शहर का सबसे पुराना होटल था। इसे पहले भी खाली कराया जा चुका था।
बता दें कि रुद्रप्रयाग देश के 10 सबसे अधिक भूस्खलन खतरे वाले जिलों में से पहले नंबर है। इसकी तस्दीक पिछले तीन-चार दशकों के दौरान जिले में भूस्खलन की वे बड़ी घटनाएं हैं, जिनमें हजारों लोग मारे गए या लापता हो गए।
लगातार बारिश होने के कारण तोताघाटी में भारी भूस्खलन,

ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर तोता घाटी में भारी भूस्खलन हो गया। जिससे यहां सड़क का आधा हिस्सा ढह गया। इसके चलते हाईवे पर यातायात बाधित हो गया है। उधर, व्यासी के समीप अटाली गंगा में मलबा आने से हाईवे सोमवार से अवरुद्ध चल रहा है। लगातार बारिश होने के कारण मार्ग खोलने में समय लग रहा है। जिसके चलते थाना देवप्रयाग और थाना मुनिकीरेती से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है।प्रभारी निरीक्षक देवप्रयाग देवराज शर्मा के मुताबिक, तोता घाटी में हाईवे का निचला हिस्सा ध्वस्त हो गया है। सड़क पर केवल पांच मीटर ही जगह बची है। जिसके चलते यहां पर वाहनों के आने जाने लायक जगह नहीं है। भारी बारिश से अटाली क्षेत्र में मलबा आने के बाद बदरीनाथ हाईवे पर चलने वाले यातायात को देवप्रयाग से चाका गजा व मलेथा से नरेंद्र नगर डायवर्ट कर ऋषिकेश को भेजा गया। वहीं मुनि की रेती से डाइवर्ट कर यातायात नरेंद्रनगर होकर श्रीनगर, देवप्रयाग व पौड़ी के लिए भेजा गया। है। एसएचओ देवप्रयाग देव राज शर्मा के अनुसार, इस बाबत आदेश मिलने के बाद देर शाम को बदरी केदार व हेमकुंड से लौटने वाले वाहनों को डायवर्ट किया गया है।