
उत्तराखंड
दिलचस्प बनी टिहरी की जंग-
बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार के साथ खड़ा है युवा, क्या रचेंगे इतिहास ?
उत्तराखंड के पांच लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होना है। आज बुधवार को नामांकन का आखिरी दिन है और टिहरी लोकसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस दोनों उम्मीदवारों ने अपना नामांकन करवा लिया है। टिहरी लोकसभा सीट पर बीजेपी की ओर से माल राज्यलक्ष्मी शाह तो कांग्रेस की ओर से पहली बार जोत सिंह गुनसोला को मैदान में उतारा है। वहीं युवाओं की आवाज बने, भर्ती घोटालों को उजागर करने वाले बेरोजगार संग के अध्यक्ष बॉबी पंवार इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन कराया है।
दरअसल, बॉबी पंवार बेरोजगारों के नेता के तौर पर बड़ी पहचान रखते हैं। उनमें भविष्य का नेता बनने की काबलियत भी नजर आती है। बॉबी अपनी बात को हमेशा ही बेबाकी और मजबूती से रखते हैं। यही बेबाकी बॉबी को औरों से अलग करती है। बॉबी केवल जौनसार-बावर के नेता नहीं। बॉबी पंवार की पहचान पूरे उत्तराखंड में हैं। खास बात यह है कि उनको भाजपा- कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दलों के युवा कार्यकर्ता पसंद करते हैं।
बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार
बॉबी पंवार बेरोजगार संघ के अध्यक्ष भी हैं. बॉबी पंवार ने ही यूकेएसएसएससी यानी उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में धांधली का खुलासा किया था | उन्होंने पेपर लीक मामले में सीएम धामी से मुलाकात कर जांच की मांग उठाई थी, जिसके बाद सीएम धामी के निर्देश पर एसटीएफ ने पूरे मामले की जांच की और आरोपियों की गिरफ्तारियां शुरू की | बॉबी पंवार पिछले कई सालों से बेरोजगार युवकों की आवाज उठाने का काम कर रहे हैं, पिछले साल भी बॉबी पंवार के नेतृत्व में गांधी पार्क पर हजारों की संख्या युवक-युवतियों ने धरना दिया था और जिसके बाद पथराव और लाठीचार्ज की घटना होने के बाद बॉबी पंवार की गिरफ्तारी हुई थी, लेकिन कुछ दिनों बाद ही बॉबी पंवार की जमानत हो गई थी, लेकिन आज जिस तरह नामांकन के दौरान जनसैलाब आया, उससे साबित होता है कि टिहरी लोकसभा सीट के लोग बदलाव चाहते हैं, वहीं अब बॉबी पंवार चुनावी दंगल में उतर कर बीजेपी प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह और कांग्रेस प्रत्याशी जोत सिंह गुनसोला को टक्कर दे रहे हैं |
बॉबी पंवार का कहना है कि टिहरी संसदीय क्षेत्र काफी बड़ा है, इस संसदीय क्षेत्र में कई समस्याएं हैं, जो लंबे समय से देखने को मिल रही है, उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की जाएगी और जल, जंगल और जमीन बचाने की कोशिश की जाएगी, प्रदेश में बेटियों को न्याय नहीं मिल रहा है और रोजगार के युवा दर-दर भटक रहा है, पहाड़ों की शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल हालत में है |
इस सीट पर जहाँ भाजपा की सीधी टक्कर कांग्रेस से थी वहीं बॉबी पंवार ने एंट्री करके मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। जिस से भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब देखना होगा कि राज परिवार की बादशाही जारी रहेगी या कांग्रेस के 12 साल का सूखा ख़त्म होगा या फिर इसके उलट बॉबी पंवार एक नया इतिहास लिखने में कामयाब होंगे।