उत्तराखण्ड : हॉकी खिलाड़ी मनीषा चौहान का ढोल नगाड़ों के साथ हुआ भव्य स्वागत,लंदन और बेल्जियम में खेलकर लौटीं घर

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लंदन और बेल्जियम में खेलकर लौटीं भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी का जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि वह ओलंपिक में देश को पदक दिलाएंगी। इसके लिए जितना पसीना बहाना पड़े, बहाएंगे।
श्यामपुर गांव की रहने वाली मनीषा चौहान का भारतीय महिला हॉकी टीम में चयन हुआ है। वह भारतीय टीम के साथ एफआईएच परो लीग में खेलने के गई थीं। लीग में भारत, बेल्जियम, अर्जेंटीना, जर्मीनी और ग्रेट ब्रिटेन की टीम शामिल थी।
भारतीय टीम के दो-दो मैच चारों टीम के साथ हुए। इसमें चार मैच लंदन और चार मैच बेल्जियम में भारतीय टीम की ओर से खेले गए। मनीषा चौहान ने अंतरराष्ट्रीय कॅरियर की शुरूआत अर्जेटीना के साथ खेलकर की।
ग्रामीणों ने मनीषा का फूलमाला, ढोल, नगाड़ों से अपनी हॉकी खिलाड़ी का स्वागत किया। कहा कि मैं एक दिन गांव और देश का नाम रोशन जरूर करूंगी। देश के लिए मेडल लेकर आऊंगी। कहा कि पहले अंतरराष्ट्रीय मैच खेलन पर मुझे बड़ा डर लगा, लेकिन मैंने सोचा कि मुझे बहुत मुश्किल से पहला मौका मिला है, इसलिए, मेहनत लग्न के साथ खेली।
इस मौके पर मनीष चौहान के पिता ज्ञान सिंह चौहान, माता वीणा देवी, भाई राहुल, कोच बलविंदर सिंह, ज्ञान सिंह, ममता देवी, पाल सिंह, कविता देवी, भगत सिंह, छाया देवी, पाल सिंह, लक्ष्मी देवी आदि मौजूद रहे।

मनीषा चौहान का जन्म साल 1999 में हरिद्वार के श्यामपुर में हुआ था. मनीषा के पिता ज्ञान सिंह बीएसएफ में सेवारत रहे हैं. वो हाल ही में सेवानिवृत होकर घर लौटे हैं. मनीषा चौहान ने श्रीराम विद्या मंदिर श्यामपुर मे शिक्षा के दौरान स्कूल की ओर से 2007 में हॉकी खेलना शुरू किया. सीबीएसई द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में उन्होंने काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया और बेस्ट ऑफ प्लेयर खिताब जीता.

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