
टिहरी
1. मसूरी के लालटिब्बा, बुरांशखंडा और धनोल्टी में जमकर बर्फबारी, झूमे पर्यटक।

पहाड़ों की रानी मसूरी, धनोल्टी और चकराता में शनिवार रात फिर बर्फबारी हुई है। रिमझिम बारिश के बाद ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की खबर मिलते ही लोग मसूरी और धनोल्टी के लिए दौड़ रहे हैं।पर्यटकों की बर्फबारी देखने की मुराद पूरी हो गई है। बीते तीन दिनों से रुक-रुक कर हो बारिश का असर यह रहा कि शनिवार दोपहर बाद मसूरी के लालटिब्बा, चार दुकान, माल रोड और आसापास के क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई।
2.नई टिहरी में लगातार हो रही बारिश
नई टिहरी में 24.8 एमएम बारिश रिकार्ड दर्ज की गई है। बारिश और बर्फबारी के बाद तापमान में करीब डेढ़ डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। शनिवार को नई टिहरी का अधिकतम तापमान 6 और न्यूनतम तापमान -1.4 डिग्री था। रविवार को अधिकतम तापमान 4.5 और न्यूनतम तापमान -1.3 डिग्री दर्ज किया गया। रानीचौरी मौसम विज्ञान केंद्र के तकनीकी अधिकारी प्रकाश नेगी ने बताया कि बारिश और बर्फबारी गेहूं की खेती और फलदार पेड़ों के लिए लाभकारी साबित होगी।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव
कुनबे की कलह के चलते बची सीटों पर प्रत्याशी घोषित नहीं कर पा रहीं भाजपा और कांग्रेस।

भाजपा और कांग्रेस में कुनबे की कलह से कई सीटों पर पेच फंसा हुआ है। दोनों दलों ने पहली सूची में कद्दावर नेताओं का टिकट तय कर चुनाव मैदान में उतार दिया है। लेकिन टिकट को लेकर कुनबे की कलह से दोनों ही प्रमुख दल उलझे हुए हैं। वहीं, कई सीटों पर टिकट को लेकर दोनों दलों में असंतुष्टों की नाराजगी भी खुल कर सामने आ रही है।
कांग्रेस में इन सीटों पर पेच –नरेंद्रनगर, टिहरी, कैंट, डोईवाला, ऋषिकेश, रामनगर, ज्वालापुर, झबरेड़ा, रुड़की, खानपुर, लक्सर, हरिद्वार ग्रामीण, चौबट्टाखाल, लैंसडौन, सल्ट, लालकुआं, कालाढूंगी।
भाजपा में इन सीटों पर पेच– डोईवाला, कोटद्वार, झबरेड़ा, रुद्रपुर, लालकुआं, केदारनाथ, रानीखेत, जागेश्वर, पिरान कलियर, हल्द्वानी, टिहरी
शिक्षा
प्रदेश में सभी शिक्षण संस्थान 31 जनवरी तक बंद, ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी।

प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए शासन ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कोविड प्रतिबंधों की अवधि को 31 जनवरी तक बढ़ा दिया है। इसके तहत प्रदेश में 31 जनवरी तक सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के अलावा राजनीतिक रैलियों और धरना-प्रदर्शन पर रोक जारी रखी गई है। शिक्षण संस्थानों में ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी।
देश
1.कोरोना हुआ घातक, इस सप्ताह 2600 से अधिक लोगों ने गंवाई जान, ओमिक्रॉन ने बढ़ाई चिंता।

देश में कोरोना महामारी का प्रसार लगातार जारी है। खतरनाक वायरस ने इस सप्ताह लोगों की चिंता और अधिक बढ़ा दी है। दरअसल, इस सप्ताह जान गंवाने वाले लोगों की संख्या पिछले सप्ताह की तुलना में दोगुनी हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार पिछले सप्ताह 1396 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी लेकिन इस सप्ताह 2680 लोगों की मौत हो गई। यानी कि मृतकों की संख्या में 92 फीसदी का इजाफा देखा गया है। इस बीच कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन का संक्रमण भारत में सामुदायिक प्रसार के स्तर पर पहुंच चुका है। दिल्ली-मुंबई जैसे मेट्रो शहरों में अधिकतर मरीज इसी से संक्रमित हैं। इस वजह से अस्पतालों व आईसीयू में मरीज भी बढ़ने लगे हैं।
2. पीएम मोदी आज प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं के साथ करेंगे बातचीत।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सोमवार 24 जनवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) विजेताओं के साथ बातचीत करेंगे। इस अवसर पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी और राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई भी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम का वेब प्रसारण https://pmindiawebcast.nic.in पर सुबह 11:30 बजे से होगा।
विदेश
1. डब्ल्यूएचओ का दावा: यूरोप में कोरोना महामारी का हो सकता है अंत, लेकिन करना होगा अभी थोड़ा इंतजार।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के यूरोप निदेशक हंस क्लूज (Hans Kluge) ने कोरोना महामारी को लेकर राहत भरी जानकारी दी है। क्लूज ने कहा है कि कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने यूरोपीय देशों में महामारी को एक नए चरण में स्थानांतरित कर दिया है और यह समाप्त हो सकता है। हालांकि इसके लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि यह प्रशंसनीय है कि क्षेत्र एक तरह की महामारी के अंत की ओर बढ़ रहा है।
3.जंग का खतरा: अमेरिका ने यूक्रेन और रूस स्थित अपने दूतावासों के परिवारों को देश छोड़ने का आदेश दिया।

रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव व जंग के हालात के मद्देनजर अमेरिकी विदेश विभाग ने दोनों देशों स्थित अमेरिकी दूतावास से पात्र परिवारों को इन देशों को छोड़ने का आदेश दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि “रूसी सैन्य कार्रवाई के निरंतर खतरे के कारण यूक्रेन और रूस के अमेरिकी दूतावास से पात्र परिवारों को वापस बुलाने का आदेश दिया गया है। सुरक्षा की स्थिति, विशेष रूप से रूस के कब्जे वाले क्रीमिया और रूस-नियंत्रित पूर्वी यूक्रेन में, अप्रत्याशित है और बिगड़ सकती है।”

- 24 जनवरी 1950 को ही 284 सदस्यों ने संविधान को अपनाने और लागू करने के समर्थन में अपने हस्ताक्षर किए थे। इसके अलावा इसी दिन 1952 में चुनाव होने के बाद पहली बार देश की संसद का गठन किया गया था। हालांकि इस दौरान भी संविधान सभा भंग होने के बावजूद अस्थायी तौर पर काम कर रही थी।
- 24 जनवरी के दिन ही संविधान सभा ने 1950 में भारत के राष्ट्रगान को अपनाने की मंजूरी दी थी। इसी दिन भारत ने अपने ‘जन गण मन’ को अपने राष्ट्रगान के रूप में अपनाया था। दिलचस्प बात यह है कि इसी दिन 1950 में ‘वंदे मातरम’ को भी भारत के राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाया गया था।

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