
सेना के जवान की गैर इरादतन हत्या के मामले में गिरफ्तार छह कांवड़ियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। अन्य आरोपियों के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है। सिविल लाइंस कोतवाली को सिसौली भौराकलां मुजफ्फरनगर निवासी राजेंद्र ने तहरीर देकर बताया कि उनका एक ग्रुप डाक कांवड़ लेकर गंतव्य की ओर लौट रहा था।ग्रुप में कार्तिक (25) पुत्र योगेंद्र भी शामिल था। वह सेना में कार्यरत था। जल लेकर वह लोग आगे बढ़ रहे थे। मंगलवार सुबह हरियाणा नंबर के कैन्टर में सवार कांवड़ियों ने कार्तिक को परेशान करना शुरू कर दिया था। ट्रैफिक जाम के कारण ग्रुप के वाहन आगे-पीछे हो गए थे। इस बीच हमलावरों ने एक राय होकर कार्तिक पर हमला कर दिया था।डंडों से हमले में कार्तिक को गंभीर चोट आयी थी। जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने सुंदर पुत्र रामभज, राहुल पुत्र पहल सिंह, सचिन पुत्र महिपाल, आकाश पुत्र विजेंद्र, पंकज पुत्र मेनपाल और रिंकू पुत्र रमेश निवासी चुलकाना थाना सभालखा जिला पानीपत को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
कांवड़ के दौरान विवाद में सेना के जवान की हत्या के मामले में पुलिस ने पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ जारी है। पुलिस आगे की कार्रवाई के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने का इंतजार कर रही है। बताया जा रहा है कि संदिग्धों ने मुजफ्फरनगर में भी विवाद किया।
सिविल लाइंस कोतवाली और मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में सुबह करीब साढ़े छह बजे सिसौली, मुजफ्फरनगर और हरियाणा के कांवड़ियों के बीच वाहन आगे ले जाने को लेकर टकराव के बाद विवाद हो गया। दोनों क्षेत्रों के कांवड़िए अपने गांव के लोगों के ग्रुप के साथ आए थे।
इस दौरान सिसौली निवासी कार्तिक पर हमला किया गया। उसके साथी उसे लेकर मंगलौर अस्पताल पहुंचे। जहां से हालत गंभीर देखते हुए उसे सिविल अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके सिर पर डंडे से वार की बात कही गई है। मामले में पुलिस ने पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
बताया कि संदिग्धों का मुजफ्फरनगर में भी विवाद हुआ था। वहां पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। एसपी देहात परमेंद्र डोबाल का कहना है कि कुछ लोगों से पूछताछ जारी है।