
गंगोत्री का गंगाजल अब उत्तराखंड प्रादेशिक कोऑपरेटिव यूनियन (पीसीयू) के माध्यम से देश-विदेश तक पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा इंस्टीट्यूट ऑफ कोऑपरेटिव मैनेजमेंट रिसर्च एंड ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना की जाएगी, जिसमें कोऑपरेटिव सर्विसेस से संबंधित पाठ्यक्रम पढ़ाए जाएंगे।शुक्रवार को आईसीएम देहरादून में रामकृष्ण मेहरोत्रा की अध्यक्षता में पीसीयू की बोर्ड बैठक आयोजित की गई, जिसमें 14 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर निर्णय लिए गए। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में पीसीयू के माध्यम से स्टेशनरी क्रय की जाएगी।
अब शिक्षा निधि कोष से शिक्षा प्रशिक्षण कार्य संपादित करवाए जाएंगे। इसके साथ ही पीसीयू उत्तराखंड और पीसीयू उत्तर प्रदेश के मध्य परिसंपत्तियों एवं निधियों के विभाजन के संबंध में सहमति बन गई है। इस संबंध में जल्द ही दोनों राज्यों के अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक होगी। इसके साथ ही प्रादेशिक कोऑपरेटिव यूनियन की ओर से मासिक पत्रिका के आरएनआई रजिस्ट्रेशन को लेकर भी अध्यक्ष की ओर से औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दिए गए। बैठक में उपाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह बिष्ट, प्रबंधक निदेशक मान सिंह सैनी, निदेशक सुभाष रमोला, प्रदीप चौधरी, शांति देवी, ममता मेहरोत्रा, गोपाल सिंह बोरा, सुप्रिया चौहान, राजेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, करणवीर सिंह, चंद्र सिंह थापा मौजूद थे।
प्रदेशभर के गरीब किसानों के होनहार बच्चों को कोचिंग दी जाएगी। इंजीनियरिंग और मेडिकल की प्रतियोगी परीक्षा में प्रतिभाग करने के लिए प्रदेशभर से प्रतिवर्ष 15 गरीब किसानों के बच्चों का चयन किया जाएगा। यह कोचिंग बच्चों को मुफ्त मुहैया कराई जाएगी। शिक्षा निधि कोष के माध्यम से कोचिंग का खर्च वहन किया जाएगा।