
उत्तराखंड
उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराने वाले मकानों के तस्वीरों की उनकी मांग आम जनता के लिए नहीं बल्कि केवल पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए है। गौरतलब है कि हल्द्वानी में एक कार्यक्रम में भट्ट ने कहा था, ”जिस घर में तिरंगा नहीं लगेगा, हम उसे कभी विश्वास की नजर से नहीं देख पाएंगे। मुझे उस घर का फोटो चाहिए, जिस घर पर तिरंगा न लगा हो।” ऐसी मांग कर विपक्षी दलों के निशाने पर आए भट्ट ने कहा कि देश के लिए सच्ची भावना रखने वाला कोई भी व्यक्ति आजादी के 75 साल का जश्न मनाने के लिए अपने घर पर तिरंगा फहराने से नहीं हिचकेगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी टिप्पणी केवल पार्टी कार्यकर्ताओं के संदर्भ में थी। उन्होंने कहा, ”मैं चाहता हूं कि प्रधानमंत्री के ‘आजादी का अमृत महोत्सव ‘ को मनाने के आह्वान पर देश भर में हर घर पर तिरंगा फहराया जाए”।
तिरंगा पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बयान को लेकर सियासत गरमा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के कटाक्ष पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भी उसी अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज को लेकर आरएसएस की तुलना करना कांग्रेस की नासमझी है।
भट्ट ने कहा कि तिरंगा किसी दल का नहीं है। यह राष्ट्र का विषय है। देश की एकता के लिए यह बहुत बड़ा संदेश देगा। कांग्रेस का यह कहना गलत है कि संघ कार्यालय में तिरंगा नहीं फहराया जाता। 15 अगस्त और 26 जनवरी को तिरंगा फहराया जाता है। संघ ने भगवा ध्वज को गुरू माना है।उन्होंने रावत को सलाह दी कि वह राष्ट्रवाद के लिए घरों में झंडा लगाएं न कि राजनीति करें, यह उचित नहीं।