जिलाधिकारी टिहरी द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हेलीसेवा के माध्यम से निरीक्षण कर, आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया गया

टिहरी

मा. मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल डॉ. सौरभ गहरवार द्वारा आज कुमाल्डा, रगड़गांव, सेरा, घुड़साल गांव, सेंदुलगांव, तोलियकाटल, कुंड सकलाना, चिपल्टी आदि आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हेलीसेवा के माध्यम से निरीक्षण कर आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया गया। इसके साथ ही जिलाधिकारी द्वारा ग्वालिडांडा, चिफल्टी, तोलियकाटल आपदा प्रभावित क्षेत्र का बाइक के द्वारा स्थलीय निरीक्षण कर पीएमजीएसवाई की सड़कों को हुए नुकसान का जायजा लिया गया। यहां पर 02 जेसीबी के द्वारा मलवा हटाकर मार्ग को खोलने की कार्य किया जा रहा है।
जनपद के जौनपुर एवं चम्बा ब्लॉक में 19 अगस्त, 2022 की रात से शुरू हुई अतिवृष्टि एवं बदल फटने से लगभग 300 परिवार प्रभावित हुए। आपदा की सूचना प्राप्त होते ही जिला प्रशासन द्वारा तत्काल आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर रेस्क्यू के कार्य किये गए तथा राहत सामग्री, मेडिकल किट एवं अन्य बुनियादि सुविधाएं उपलब्ध कराई गई।
जिला प्रसाशन द्वारा धोलागिरी में 06 पूर्ण क्षतिग्रस्त भवनों के 06 परिवारों को प्रति परिवार 01 लाख एक हजार 900 की धनराशि उपलब्ध कराई गई है। इसके साथ ही श्रीपुर में 02 आंशिक क्षतिग्रस्त भवनों के 02 परिवारों को प्रति परिवार 52 हजार की धनराशि दी गई है, जबकि धोलागिरी एवं श्रीपुर में 07 को अहेतुक सहायता राशि दी गयी है। रगड़गांव में टेलीफोन कनेक्टिविटी हेतु सेटेलाइट फोन उपलब्ध कराया गया है। चिपल्टी एवं तोलियकाटल के बीच जिपलाइन से वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर संपर्क मार्ग बनाया गया है।
आपदा प्रभावित क्षेत्रों में कल शाम तक 14 पैकेट राहत सामग्री एवं मेडिकल किट वितरित किये गए, जबकि अब तक ग्राम रगड़गांव, सेरा, घुड़साल आदि आपदा प्रभावित गांव में सहस्रधारा देहरादून से हेलिकॉप्टर के माध्यम से 03 राउंड में 54 पैकेट राहत खाद्य सामग्री एवं मेडिकल किट पहुचाई गयी है। इसके साथ ही विद्युत विभाग एवं जल संस्थान द्वारा बिजली एवं पानी की सुचारू आपूर्ति हेतु कार्य कर रहे हैं । वहीं लोक निर्माण विभाग द्वारा आपदा से अवरूद्ध हुए मार्गो को तत्काल खोलने हेतु मार्गों का सर्वे कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है तथा मार्गों के पूर्ण रूप से खुलने तक स्थानीय लोगों के आवागमन हेतु वैकल्पिक व्यवस्थाएं की गयी हैं। सीतापुर गांव में भी एक टीम द्वारा आपदा से क्षतिग्रस्त यूपीसीएल, जल संस्थान एवं लोनिवि की योजनाओं का सर्वे किया गया।
इसके साथ ही जिलाधिकारी के निर्देशन में 07 टीमें गठित की गई हैं, जिनके द्वारा आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के साथ ही अपनी उपस्थिति में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राशन किट एवं मेडिकल उपलब्ध कराई जा रही है।

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