
टिहरी
मानसून अवधि में लगातार अतिवृष्टि, भूस्खलन एवं दैवीय आपदा के बावजूद जनपद क्षेत्रान्तर्गत क्षतिग्रस्त हो रहे मोटर मार्गाें, पेयजल लाइनों, विद्युत लाइनों, गूल, पुलिया आदि के कार्यों को जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल डॉ. सौरभ गहरवार के निर्देशन में सभी संबंधित विभागों द्वारा तत्काल मौके पर पहंुचकर प्राथमिकता पर सुचारू किया जा रहा है।जल संस्थान द्वारा आपदा से क्षतिग्रस्त 114 योजनाओं में से 113 अस्थाई रूप चालू कर दी गई हैं, जबकि तौलियाकाटल योजना का अस्थायी व्यवस्था हेतु कार्य प्रगति पर है। तहसील धनोल्टी क्षेत्रान्तर्गत जैंतवाडी डाण्डा, ऐरालगांव, ग्राम पसनी तथा ग्राम सेरागांव पेयजल लाईन आज अस्थाई सुचारू कर दी गई है।राष्ट्रीय राजमार्ग 19 रायपुर कुमाल्डा कद्दूखाल हल्के वाहनों हेतु सुचारू कर दिया गया है। एनएच 58 ऋषिकेश-श्रीनगर स्थान सिंगटाली, कोडियाला के समीप भारी मलवा व बोल्डर आने से आज पुनः अवरूद्ध हो गया था, जिसे यातायात हेतु सुचारू कर दिया गया है। मुख्य जिला मार्ग कैम्पटी चडोगी को खोलने की कार्यवाही गतिमान है, जबकि आवाजाही हेतु वैकल्पिक व्यवस्था थत्युड़ अगलाड़ मोटर मार्ग से की गई है। झाला कोटी ग्रामीण मार्ग को खोलने की कार्यवाही गतिमान है तथा वैकल्पिक व्यवस्था बूढ़ाकेदार पिनस्वाड़ मोटर मार्ग के किलोमीटर 4 से कोटी गांव से की गई है। एक राष्ट्रीय राजमार्ग, एक राज्य मार्ग (हल्के वाहनों हेतु सुचारू), 01 मुख्य मार्ग तथा 19 ग्रामीण मार्गों को खोलने की कार्यवाही गतिमान है।दिनांक 01 सितम्बर, 2022 की रात्रि को हुई अतिवृष्टि से उपतहसील पावकी देवी क्षेत्र के ग्राम तिमली में कुछ लोगों के भवन, खेत खलियान, ग्राम का सम्पर्क मार्ग (पुलिया), सिंचित भूमि, गूल तथा विद्युत पोल क्षतिग्रस्त की सूचना है। आपदा से हुई क्षति का आंकलन करने हेतु तहसील प्रशासन की टीम मौके पहुंची है। कुमाल्डा, बादल रीवर आदि जगहों में भी भारी वर्षा हुई है। अटाली एवं शिवपुरी में भी विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हुई हैं, जिसका सुचारीकरण की कार्यवाही गतिमान है।