
टिहरी
देवभूमि में पिछले कुछ समय से लव जिहाद जैसे मामलों की बाढ़ सी आ गई है। प्रदेश के कुछ हिस्सों से लव जिहाद के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे ही मामले में उत्तरकाशी जनपद पूरी तरह से गरमाया हुआ है, तो वहीं अन्य जनपदों में भी हालात इससे इतर नहीं है। लव जिहाद को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं, वहीं अब समुदाय विशेष के व्यापारियों को भी जनपदों से बाहर करने की मांग उठने लगी है।
उत्तराखंड में लव जिहाद के मामलों पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। उत्तरकाशी के पुरोला में किशोरी को भगाने का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ और चमोली जिले के गौचर व हरिद्वार में मुस्लिम युवकों द्वारा हिंदू लड़कियों को बहला-फुसलाकर प्रेम जाल में फंसाने का मामला सामने आ गया।
पुरोला में हुई लव जिहाद की घटना के बाद लोगों में गुस्सा है, और इस कदर गुस्सा है कि पूरी यमुना घाटी में बाहरी लोगों खासकर मुस्लिम समुदाय के लोगों के सत्यापन की मांग उठने लगी है।लव जिहादियों को यमुना घाटी छोड़कर जाने को कहा गया है। लोग मुस्लिम समुदाय के लोगों के सत्यापन की मांग के साथ ही अवैध रूप से जगह-जगह किए गए कब्जों और अतिक्रमण को हटाने को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। दरअसल बीते दिनों पुरोला में मुस्लिम समुदाय का एक युवक स्थानीय नाबालिग लड़की को भगाकर ले गया था। जिसके बाद से लोग लव जिहाद के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। इस मामले में पुरोला में 15 जून को महापंचायत होने जा रही है, लेकिन महापंचायत से पहले ही बाजार में मुस्लिम समुदाय के लोगों की दुकानों पर नोटिस चस्पा कर दिए गए हैं। नोटिस में साफ तौर पर लिखा है कि लव जिहादी 15 जून को होने वाली महापंचायत से पहले अपनी दुकानों को खाली कर दें।
वहीं इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी संज्ञान लिया और कहा कि लव जिहाद और लैंड जिहाद को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह से सख्त है। देवभूमि में इस तरीके की हरकतों को नहीं होने दिया जाएगा। सीएम धामी ने कहा कि डीजीपी को ऐसे मामलों में सख्ती बरतने के निर्देश दे दिए हैं कि जांच करके ऐसे मामलों में सख्ताई से कार्रवाई करें।