
टिहरी
राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी योजना रानीबाग-नैनीताल रोपवे प्रोजेक्ट को हाई कोर्ट से हरी झंडी मिल चुकी है, प्रोजेक्ट पर रोक लगाने को लेकर दायर जनहित याचिका को कोर्ट ने अंतिम रूप से निस्तारित कर दिया है। कोर्ट ने वैज्ञानिक अध्ययन के आधार पर रोपवे का निर्माण करने, बलियानाला की भूगर्भीय परिस्थितियों का ध्यान में रखते हुए सुरक्षित रोपवे बनाने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने इस मामले में 1995 में सुप्रीम कोर्ट में प्रो. अजय रावत बनाम राज्य सरकार से संबंधित आदेश के बिंदुओं का ध्यान रखने को कहा है। इस मामले में प्रोजेक्ट निर्माण संस्था नेशनल हाईवे अथारिटी ने कोर्ट को बताया कि नैनीताल-रानीबाग रोपवे की डीपीआर बनाई जा रही है। इसी वित्तीय वर्ष में रोपवे के लिए बजट प्रविधान होगा। यह प्रोजेक्ट प्राथमिकता के आधार पर बनाया जाएगा।
सीएम का यह ड्रीम प्रोजेक्ट (Ranibagh – Nainital Ropeway Project) नैनीताल में जाम से भी मुक्ति दिलाएगा। साथ ही परिवहन भी सस्ता होगा। पर्यटक बगैर किसी जाम के रानीबाग से नैनीताल का सफर 60 मिनट में पूरा कर लेंगे। अभी तक इस सफर को पूरा करने के डेढ़ घंटा लगता है। जाम की समस्या हो तो यह सफर दो से तीन घंटे हो जाता था। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से अक्टूबर 2018 में रानीबाग से नैनीताल तक के रोपवे प्रोजेक्ट का डिजाइन तैयार किया गया था।
मुख्य सचिव एसएस संधू ने 11 मई को नैनीताल दौरे के दौरान साफ कहा था कि रोपवे प्रोजेक्ट को तीन साल के भीतर धरातल पर उतार दिया जाएगा। पुरानी डीपीआर के अनुसार रोपवे की लंबाई करीब 12 किलोमीटर है।
राज्य सरकार की ओर से मुख्य स्थाई अधिवक्ता चंद्रशेखर रावत ने कोर्ट को बताया कि आइआइटी रुड़की ने रोपवे को लेकर रिपोर्ट दी है, जिसमें रोपवे बनाने की संस्तुति की है। एनएचआइ की ओर से प्रारंभिक सर्वे कार्य पूरा कर लिया गया है। टेंडर फाइनल स्टेज पर है। अक्टूबर तक इसकी सर्वे रिपोर्ट आ जाएगी। प्रोजेक्ट में भूगर्भीय व वैज्ञानिक पहलुओं का पूरा ध्यान रखा जाएगा। नैनीताल में पर्यटन के साथ ही पर्यावरण की दृष्टिकोण से यह प्रोजेक्ट बेहद जरूरी है।
मल्टी लेवल कार पार्किंग भी शामिल
इस प्रोजेक्ट में मल्टी लेवल कार पार्किंग भी शामिल है। करीब 11-12 किमी लंबाई के रोपवे प्रोजेक्ट रानीबाग एचएमटी फैक्ट्री से साढ़े तीन किमी में डाेलमार, वहां से 4.7 किमी में ज्योलीकोट और फिर तीन किमी हनुमानगढ़ी नैनीताल है।रानीबाग से मात्र पांच से दस मिनट में काठगोदाम रेलवे स्टेशन पहुंचा जा सकता है। दरअसल, नैनीताल पर्यटकों का पसंदीदा स्थान है। ग्रीष्मकालीन छुट्टियां बिताने के लिए हर कोई नैनीताल की खूबसूरत वादियों में आने की चाह रखता है।
मई व जून में नैनीताल पर्यटकों से पूरी तरह पैक हो जाता है। वाहनों का दबाव बढ़ने से जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। पर्यटक जाम में फंसकर सिस्टम को कोसते हैं। इससे सरकार व स्थानीय पुलिस-प्रशासन की छवि भी खराब होती है। लेकिन रोपवे बनने से पर्यटक बगैर किसी जाम के सुगम यात्रा करेंगे। क्याेंकि भारी ट्रैफिक के कारण ज्यादातर सड़कों में जाम रहता है। रोपवे के जरिये पर्यटक सफर का रोमांच भी ले सकेंगे।
प्रोजेक्ट की विशेषता
प्रोजेक्ट के अनुसार लोअर टर्मिनल प्वांइट एचएमटी रानीबाग, टर्न स्टेशन डोलमार, मिड टर्मिनल स्टेशन ज्योलीकोट तथा अपर टर्मिनल स्टेशन हनुमानगढ़ी नैनीताल प्रस्तावित है। हनुमानगढ़ी में रिटेल शाप, फूड एंड बेवरेज आउटलेट्स, पब्लिक कन्वीनियंस, ज्योलीकोट में ईको टूरिज्म रिजार्ट, रिटेल शाप, फूड एंड बेवरेज आउटलेट्स, एचएमटी, रानीबाग में थ्री स्टार होटल, मल्टी लेवल कार पार्किंग, रिटेल शाप, फूड एंड बेवरेज आउटलेट्स, मल्टी काशन रेस्टोरेंट, फास्ट फूड रेस्टोरेंट आदि बनेगा।