
उत्तराखंड
सनातन धर्म में भगवान शिव की आराधना करने के लिए सावन के महीने को सबसे पवित्र महीना माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि सावन मास में शिवलिंग का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने से भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा बनी रहती है. इस बार सावन का महीना बेहद खास इसलिए है, क्योंकि इस बार सावन मास 59 दिनों का है, जिसमें 8 सोमवार पड़ेंगे. हिंदू पंचांग के अनुसार, 4 जुलाई से सावन का पवित्र महीना शुरु हो जाएगा और 31 अगस्त को सावन समाप्त होगा. 19 सालों बाद यह संयोग बना है कि सावन का महीना 59 दिनों का है और इसमें 8 सोमवार पड़ रहे हैं. सावन के महीने में 8 सोमवार पड़ने से शिवभक्तों में उत्साह भी दिखाई दे रहा है, जबकि उत्तराखंड के सभी जिलों में सावन को लेकर मंदिरों में विशेष तैयारी शुरु कर दी गई है.
शिव की भक्ति का प्रतीक कांवड़ मेला भी मंगलवार से शुरू हो गया है। अनुमान है कि इस वर्ष कांवड़ मेले में चार करोड़ से अधिक कांवड़ यात्री पहुंचेंगे। वहीं मेले में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस बार बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। उत्तराखंड पुलिस के दो हजार पुलिसकर्मियों के अलावा अर्द्धसैनिक बलों की छह कंपनियां भी तैनात की गई हैं।

बीते मंगलवार को हरिद्वार में हरकी पैड़ी की प्रबंध कारिणी संस्था श्री गंगा सभा और प्रशासन की ओर से कांवड़ मेले की सफलता के लिए ब्रह्मकुंड पर गंगा पूजन किया गया। इस दौरान कांवड़ मेला के सकुशल संपन्न होने की कामना की गई। पंचांग के अनुसार, इस साल सावन का महीना 4 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त तक चलेगा। इस साल सावन 59 दिनों का होगा। पंचांग के अनुसार, 19 साल बाद ऐसा योग बन रहा है जब सावन पर बहुत ही खास संयोग बन रहा है। जिसमें 8 सोमवार को व्रत किए जाएंगे. सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई और आखिरी सोमवार 28 अगस्त को पड़ेगा।