
टिहरी
नर्सिंग कॉलेज सुरसिंहधार के छात्रों ने कॉलेज प्रशासन पर दून मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप रद्द करने, अतिरिक्त शुल्क लेने और कैंटीन में खराब गुणवत्ता का भोजन परोसने सहित अन्य कई आरोप लगाए हैं। छात्र-छात्राएं दूसरे दिन भी धरने पर डटे रहे। मंगलवार को मौके पर पहुंचे एडीएम केके मिश्र ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन छात्र समस्याओं का निराकरण करने और प्रधानाचार्य का अन्य जगह स्थानांतरण करने की मांग पर अड़े रहे। आंदोलन को विभिन्न छात्र संगठनों ने भी समर्थन दिया है। राजकीय नर्सिंग कॉलेज सुरसिंहधार के छात्र-छात्राओं ने दून मेडिकल कालेज में इंटर्नशिप रद्द करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को धरने पर बैठ गए थे। उन्होंने कॉलेज की प्रधानाचार्य सबिस्ता नाज पर कई आरोप लगाते हुए उनका स्थानांतरण करने की मांग उठाई है। मांगों को लेकर छात्र दूसरे दिन मंगलवार को भी धरने पर डटे रहे। छात्रों के आंदोलन को देखते हुए आरटीई के मामले में श्रीनगर मेडिकल काॅलेज गई प्रधानाचार्य सबिस्ता नाज मंगलवार को काॅलेज पहुंच गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीएम केके मिश्र भी काॅलेज पहुंचे। छात्र-छात्राओं ने एडीएम को ज्ञापन देकर समस्याओं का समाधान करने की मांग की।
नर्सिंग छात्रों के आंदोलन को पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मोहन सिंह रावत, जिला पंचायत सदस्य हितेश चौहान, अखिल भारतीय परिषद के अध्यक्ष अक्षत बिजल्वाण, छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक गुनसोला, बजरंग दल के युवराज शाह, प्रदीप रावत, गौतम मखलोगा, प्रवीन असवाल आदि ने समर्थन दिया है। ज्ञापन देने वालों में अभिषेक, निक्की, अदिति, अमिषा,जिज्ञासा, कनिका, कुसुम, मनीषा, पायल, प्रियंका, राधिका, कविता, रिया और सुहानी शामिल थे।