
टिहरी
खबर देश के सबसे तेज चैनल की है। टमाटर की तरह लाल। इसके गाल बजते भी हैं, अलाणी को फलाणी और ,,,,, जो भी हो, नाच मेरी बुलबुल पैसा मिलेगा।
खबर भूकम्प की है। जम्मू कश्मीर में ठीक है। एनसीआर में भी झटके महसूस किये गए हैं। नेहरू ने जान बूझकर यहां की धरती को कमजोर किया था।
बास ने भूकम्प को पाकिस्तान की तरफ धकेल दिया है। साथ ही हिदायत दी है कि ज्यादा उत्पात नहीं होना चाहिये। पाक जैसा भी है उसकी बिरयानी लाजवाब है और,,,,, उसको गालियां देते रहने से देश के यानी,,,, सारे कष्टों को दूर रखा जा सकता हैं। लोकतंत्र बचाने के लिए देश को चुनाव के ऐन पहले ऐसी खुराक खिलानी -पिलानी जरूरी होती है।
खबर नहीं थी, और थी तो मतलब यह था कि नेहरू का अराजक वंशज मणिपुर गया। वहां जो होता हुआ नहीं दिख रहा था, सब पप्पू की वजह से हुआ है। सभी सत्यवादियों का कहना है। देश की असली प्रतिष्ठा रूस- यूक्रेन का युद्ध रोकना था। अब देखो दोनों पड़ोसी चैन से परस्पर पटाखे, फुलझड़ियों का आदान प्रदान कर रहे हैं। फुलझड़ियों से एक पुरानी खबर याद आई है। दर्शकों को आंख- कान खोल बताना जरूरी है। 1974 में नेहरू की बेटी और विदेशी बहू की देशी सास यानी पप्पू की दादी ने रेगिस्तान में पटाखा फोड़कर देश को बेवकूफ बनाया था। उससे पहले बंगलादेश के लिए असली लड़ाई किसी और ने लड़ी, वामपंथियों ने इतिहास से छेड़छाड़ कर श्रेय और ,,,,,,,,,।
देश को असली आजादी अब मिली है।यह पते की बात इस सदी की असली वीरांगना लक्ष्मीबाई ने हिमाचल से मुम्बई जाकर देश को बताई है। कृतज्ञ राष्ट्र पद्मश्री से अधिक क्या दे सकता है।
.इसके बाद भी टमाटर का रंग चिढ़़ा रहा है तो बाबाजी का नमक डालकर इसे थोड़ा हल्का कर दो! देश फिर अवसर देगा, इसके बाद लाल मिर्च की बुआई के साथ हरी सब्जी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की जाएगी। आजादी की हीरक जयंती तक सब कुछ – भौंकुछ। खुले दिलों से 2024 का स्वागत करें !