केदारनाथ हाईवे पर भारी भूस्खलन से मची तबाही, 5 की मौत, कई दबे होने की आशंका

उत्तराखंड

केदारनाथ हाईवे पर भारी भूस्खलन से मची तबाही, 5 की मौत, कई दबे होने की आशंका

उत्तराखंड में केदारनाथ हाईवे के नाम से प्रसिद्ध सोनप्रयाग-मुनकटिया (रुद्रप्रयाग) के बीच भू-स्खलन हुआ है। इस हादसे में 5 यात्रियों की मौत हो चुकी है और 2 घायल हैं। हालांकि, मलबे में कई अन्य यात्रियों के दबे होने की आशंका है जिनके लिए बचाव अभियान चलाया जा रहा है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, स्थानीय प्रशासन, NDRF और SDRF की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।. मंगलवार को चार और शव बरामद किये गए हैं. सभी मृतक भगवान के दर्शन के लिये गए श्रद्धालु थे. सोमवार को हुए लैंडस्लाइड में कई लोग मलबे में दब गए थे. अब तक पांच शव बरामद किये जा चुके हैं., जबकि तीन लोग घायल हैं.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, खराब मौसम, बर्फबारी, अंधेरे और घटनास्थल पर लगातार मलबा और पत्थर गिरने के कारण सोमवार रात को रेस्क्यू रोकना पड़ा था. मंगलवार सुबह मौसम ठीक होने पर राहत अभियान को फिर शुरू किया गया. इस दौरान मलबे से तीन महिलाओं समेत कुल चार श्रद्धालुओं के शव निकाले गए. पुलिस ने बताया कि अभियान अभी जारी है. सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच मुनकटिया के समीप सोमवार देर शाम हुए भूस्खलन के मलबे में और लोगों के भी दबे होने की आशंका है.

कई लोगों के भी दबे होने की आशंका
सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच मुनकटिया के समीप सोमवार देर शाम हुए भूस्खलन के मलबे में और लोगों के भी दबे होने की आशंका है। पुलिस ने कहा कि सुबह बरामद हुए शवों की पहचान मध्य प्रदेश के घाट जिले के नेपावाली निवासी दुर्गाबाई खापर (50), नेपाल के धनवा जिले के वैदेही गांव की रहने वाली तितली देवी मंडल (70), मध्य प्रदेश के धार जिले के झिझोरा की रहने वाली समनबाई (50) और गुजरात के सूरत के खटोदरा निवासी भारत भाई निरालाल (52) के रूप में हुई है।

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