अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस 2024, जानिये इसका इतिहास और महत्व

उत्तराखण्ड

अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस 2024, जानिये इसका इतिहास और महत्व

वैसे तो वरिष्ठजनों का सम्मान हर दिन, हर पल हमारे मन में होना चाहिए, लेकिन उनके प्रति मन में छिपे इस सम्मान को व्यक्‍त करने के लिए और बुजुर्गों के प्रति चिंतन की आवश्यकता के लिए औपचारिक तौर पर भी एक दिन निश्चित किया गया है, इसलिए प्रतिवर्ष 1 अक्टूबर का दिन अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस के रूप में मनाया जाता है.

विश्व में वृद्धों व प्रौढ़ों के साथ होने वाले अन्याय, उपेक्षा और दुर्व्यवहार पर लगाम लगाने के उद्देश्य से इस दिन को चिंहित किया गया है. बचपन से ही हमें घर में शिक्षा दी जाती है कि हमें अपने से बड़ों का सम्मान करना चाहिए. वरिष्ठजन हमारे घर की नींव होते हैं. बुजुर्गों का आशीर्वाद बहुत भाग्य वालों को मिलता है, इसलिए सभी को अपने से बड़ों और वरिष्ठजनों का सम्मान करना चाहिए. आइये जानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस क्यों मनाया जाता है और कब इसकी शुरुआत की गई थी.

अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस का इतिहास

हर साल की तरह इस साल भी 1 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस (World Elders Day) मनाया जा रहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 अक्टूबर 1990 में वृद्धजनों के लिए अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस घोषित किए जाने की बात रखी थी, जिसके बाद से 1 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के रूप में मनाया जाने लगा. इससे पहले दो महत्वपूर्ण घटनाक्रम थे – वियना अंतर्राष्ट्रीय कार्य योजना और एजिंग पर विश्व सभा. दो पहलों ने बुजुर्ग लोगों के लिए समर्पित दिन का नेतृत्व किया. इस वृद्ध दिवस (Older Persons Day) के दिन न सिर्फ बुजुर्गों के प्रति उदार होने का संकल्प लेना चाहिए, बल्कि बुजुर्गों की देखभाल की जिम्मेदारी भी समझनी चाहिए.

अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस का महत्व

दुनियाभर में रह रहे वृद्धों और उम्रदराज लोगों के साथ होने वाले भेदभाव, अपमानजनक व्यवहार, उपेक्षा और अन्याय पर रोक लगाने के उद्देश्य से इस दिवस को मनाया जाता है. इस दिन खासतौर पर कई स्वयंसेवा संस्था विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए देशभर में वृद्धजनों के साथ हो रहे अन्याय को सबके सामने रखकर लोगों में उनके प्रति सम्मान को जगाने के जागरुकता अभियान भी चलाती हैं.

एक महीने तक आयोजित किए जाएंगे कई कार्यक्रम
भारत सरकार वरिष्ठ नागरिक कल्याण को बढ़ावा देने और समाज में उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए महीने भर गतिविधियों का आयोजन करेगी। जिसमें राष्ट्रीय वयोश्री शिविर, वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों और कल्याणकारी योजनाओं पर राष्ट्रव्यापी प्रश्नोत्तरी , माईगॉव क्विज और शपथ अभियान, व्यापक सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित सभी मंत्रालय भी कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। इसके बाद महीने भर चलने वाले इस उत्सव का समापन ग्रैंड फिनाले कार्यक्रम के साथ होगा जिसका आयोजन नई दिल्ली में किया जाएगा।

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