
टिहरी। पर्वतीय महिलाओं का बोझ कम करने और पशुपालन को बढ़ावा देकर उनकी आर्थिकी को मजबूत करने के लिये नेपियर घास महत्वपूर्व साबित हो सकती है। इसी के उददेश्य से नेपियर घास की नर्सरी तैयार कर ग्रामीण महिलाओं को नेपियर घास रोपने के लिये दी गई। टिहरी की जिलाधिकारी ने ग्रामीण महिलाओं को नेपियर घास की पौध बांटी, जिसे वे अपने पास की जमीन और खेत की मेढ़ों पर आसानी से उगा सकती हैं। जिलाधिकारी इवा ने चम्बा ब्लाक के बुडोगी और जड़धार गांव में पंहुचकर काश्तकारों को नेपियर घास, अन्य चारा पत्ती के पौधों और कृषि यंत्रों का वितरण किया। इस मौके पर डीएम इवा ने बताया कि नेपियर घास पशुओं के लिये पोष्टिक और तेजी से उगने वाली घास है। पशुओं को इस घास को देने से जंहा दुग्ध उत्पादन बढ़ेगा, वंही घास के लिये दूर दराज जाने से भी महिलाओं को राहत मिलेगी। उन्होने कहा कि महिलाओं को दूर जंगलों में जाना पड़ता है, जिस कारण महिलाये कभी कभार पहाड़ों से गिर जाती हैं और कभी जंगली जानवरों के हमले भी महिलाओं को झेलने पड़ते हैं। उन्होने कहा कि महिलायें यदि इस घास को अपने आस पास की जमीन पर उगायेंगी तो उन्हे कई तरह की सुविधायें होंगी।