
81,68,124 रुपए हड़पने वाले बैंक कैशियर को पुलिस ने किया गिरफ्तार।
नई टिहरी
भारतीय स्टेट बैंक भागीरथीपुरम में बैंक कैशियर द्वारा खाताधारकों से धोखाधड़ी और बैंक की कैश वाल्ट से लाखों रुपये हड़पने का मामला समाने आया है। गबन का खुलासा होने पर गुरुवार को बैंक मैनेजर ने कैशियर के खिलाफ यहां पुलिस थाने में तहरीर दी। जिस पर पुलिस टीम ने आज आरोपी बैंक कैशियर को गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस ने बताया कि गत सांय भारतीय स्टेट बैंक भागीरथीपुरम, टिहरी शाखा प्रबंधक विपिन गौतम द्वारा कोतवाली नई टिहरी में अपने बैंक के कैशियर विनयपाल सिंह नेगी पुत्र धीरज पाल सिंह नेगी निवासी ग्राम तल्ली बागी, भागीरथीपुरम, टिहरी गढ़वाल के विरुद्ध इस आशय की तहरीर दी गई कि उक्त कैशियर विनयपाल सिंह नेगी द्वारा एस0बी0आई बैंक, भागीरथीपुरम के कैश वाल्ट से ₹ 13,50,000/-का गबन कर बैंक में स्थित ग्राहकों के खातों में कूटरचना व फर्जी प्रपत्र तैयार कर तथा खाताधारकों के फर्जी हस्ताक्षर/निशानी अंगूठा लगाकर विभिन्न खाताधारकों के खातों से ₹ 68,18,124/- निकालकर ग्राहकों के पैसे व सरकारी धन सहित कुल ₹ 81,68,124/- का गबन किया है। शाखा प्रबंधक की तहरीर पर कोतवाली नई टिहरी में अभियुक्त बैंक कैशियर के विरुद्ध धारा 409,420,467,468,471 आई0पी0सी0 में अभियोग पंजीकृत किया गया।
इस संबंध में आज एस0एस0पी0 टिहरी द्वारा पुलिस कार्यालय टिहरी में एक प्रेसवार्ता आयोजित कर अभियोग के अनावरण व अभियुक्त की गिरफ्तारी का खुलासा करते हुए जानकारी दी कि अभियुक्त लालच में आकर शेयर मार्केट में पैसा लगाता था तथा बैंक के वाल्ट की चाबी उसके पास रहती थी जिसका फायदा उठाकर उसने बैंक के कैश वाल्ट से पैसे निकाल लिए। अभियुक्त ज्यादातर उन खाताधारकों के खातों से उनके फर्जी अंगूठा निशानी बनाता था जो कम पढ़े लिखे थे और उसके जानने वाले थे। वह खुद ही उनका अंगूठा हस्ताक्षर बनाकर वाउचर भरता था और खुद ही उनका वाउचर अप्रूवल कर उनके खाते से पैसे निकाल लेता था।अभियुक्त द्वारा अन्य खाता धारकों के खातों से भी अनाधिकृत रूप से पैसे निकाले जाने की संभावनाएं है, जिसकी जांच की जा रही है।