टिहरी में जंगल की आग से 125 घटनाएं,110 हैक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान, जिले में वनाग्नि रोकथाम के लिए 725 फायर वाचर।

टिहरी। पहाड़ों पर तापमान बढ़ने के साथ ही वन विभाग की दिक्कतें भी बढ़ती जा रही हैं। जंगलों में आग से पौखाल रेंज जाखणीधार और असेना देवल के जंगल रातभर धधकते रहे, जिससे आसमान में धुंध छाई रही। तापमान में इसी तरह इजाफा होता रहा तो आने वाले दिनों में वन विभाग की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। हर तरफ धधकते जंगलों से उठता धुआं ही दिख रहा है। फायर सीजन शुरू होने के बाद से अभी तक टिहरी में आग की 125 घटनाएं हुई हैं। उसमें सबसे अधिक 57 वनाग्नि की घटनाएं टिहरी वन प्रभाग में हैं, जबकि नरेंद्रनगर वन प्रभाग में 62 घटनाएं हुई हैं, जिससे 110 हेक्टेयर आरक्षित वन क्षेत्र और 15 हेक्टेयर सिविल वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है। इससे वन विभाग को करीब एक लाख 80 हजार का नुकसान हुआ है। डीएफओ वीके सिंह का कहना है, कि गरमी बढ़ने और लोगों की लापरवाही से आग की घटनाएं बढ़ रही हैं। बावजूद सभी जगहों पर कर्मचारी तैनात किए हैं, जो सूचना पर आग बुझाने पहुंच रहे हैं। जिले में 725 फायर वाचर रखे गए हैं। उन्होंने कहा कि आग के कारण भिलंगना और भागीरथी रेंज में जंगलों को ज्यादा नुकसान पंहुच रहा है।

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