अलविदा मुकेश……क्या ऐसा कोई जाता है।

टिहरी :मीडिया जगत की अपूर्णीय क्षति। Zee News UP/Uttarakhand के युवा संवाददाता का हृदय गति रुकने से निधन। मुख्यमंत्री धामी, विधायक टिहरी, घनसाली, प्रताप नगर, ब्लॉक प्रमुख भिलंगना, जाखणी धार…

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टिहरी झील में तूफान आने से वोट संचालकों को भारी नुकसान। कई नाव आपस में टकराई तो कइयों में भरा पानी।

टिहरी। टिहरी झील में दोपहर के समय तूफान आने के कारण वोट संचालकों को भारी नुकसान हुआ है ।दरअसल झील में वोटिंग के लिए करीब 100 से ज्यादा बोर्ड संचालित होती हैं । इस दौरान चार धाम यात्रा भी शुरू हो चुकी है और हजारों की तादात में रोजाना झील में बोटिंग करने के लिए लोग आने लगे हैं। ऐसे में ऐन वक्त पर तूफान आने कारण वोट आपस में टकराई और अधिकांश नावों को नुकसान पहुंचा है ।वोट संचालकों का कहना है की रोजगार के लिए उन्होंने लोन लेकर वोट खरीदी थी ,लेकिन तूफान के कारण उनकी नाव को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंच गया है ।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शांति प्रसाद भट्ट ने कहा है की सरकार को त्वरित और फौरी तौर पर इन वोट संचालकों की मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद से इस साल झील में पर्यटन की असीम संभावनाएं देखी जा रही थी और जो वोट संचालक पिछले 2 वर्षों से रोजगार विहीन हो चुके थे उन्हें उम्मीद थी कि इस बार काफी तादाद में पर्यटक टिहरी झील में पहुंचेंगे जिससे पिछले नुकसान की भरपाई हो पाएगी। वहीं वोट संचालक इस नुकसान के कारण निराश हैं।

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पिछले 24 घंटे में चारधाम यात्रा पर आए 3 तीर्थ यात्रियों की हृदय गति रुकने से मौत, सभी की उम्र 60 साल से अधिक।

उत्तरकाशी। यमुनोत्री धाम में पिछले 24 घण्टे में हृदय गति रुकने से तीन तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है। तीनों यात्रियों की उम्र 60 साल से ज़्यादा बताई गई है। ये तीनों यात्री राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे, जो चारधाम की यात्रा पर निकले हुए थे और यमुनोत्री धाम दर्शन के लिए जा रहे थे। इन मौतों के बाद प्रशासनिक विभागों में खलबली मची है और यमुनोत्री धाम के पैदल पड़ाव में ऑक्सीजन व्यवस्थाओं को दुरस्त करने के आदेश जिला स्वास्थ्य विभाग को दिए गए हैं।
आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि यमुनोत्री धाम की यात्रा के पहले दिन मंगलवार को पैदल मार्ग पर तीन तीर्थयात्रियों की मौत हृदय गति रुकने से हुई. मृतकों में दो पुरुष व एक महिला तीर्थयात्री शामिल है। यूपी के सिद्धार्थ नगर निवासी अनुरुद्ध प्रसाद जायसवाल (65) की मौत यमुनोत्री मंदिर के पुल के पास, राजस्थान के डूंगरपुर निवासी कैलाश चौबीसा (63) की मौत भैरव मंदिर के पास मप्र के जबलपुर निवासी शकुन परिहार (63) की मौत भनियालीगाड़ के पास हुई। बताया गया है कि मृतकों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। पटवाल ने बताया कि तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण जरूर करवा लेने की हिदायत दी जा रही है। वहीं, ज़िला प्रशासन ने यात्रियों से अपील की हृदय रोगों के मरीज़ जोखिम न लें और रुक रुककर सफर करें। स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। चारधाम यात्रा टिहरी ज़िले से भी होकर गुज़रती है। इसलिए रूट पर पड़ने वाले अस्पतालों में दवाइयों से लेकर इलाज तक की व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं। विभाग द्वारा यात्रा रूट पर बोर्ड लगाए गए हैं, जिन पर डॉक्टरों के नंबर भी लिखे हैं। सीएमओ डॉ संजय जैन ने कहा कि ज़िले के एंट्री प्वाइंट मुनीकिरेति में मेडिकल कैंप बनाए गए हैं और यात्रा रूट के अस्पतालों में डॉक्टर व स्टाफ को 24 घंटे तैनात रहने को कहा गया है।

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योगी आदित्यनाथ पहुंचे यमकेश्वर। अपने गांव में लिया मां का आशीर्वाद। कहा-उत्तराखंड से पलायन रोकना होगा, 21 वर्षों से जकड़ी समस्या का समाधान अंतिम चरण में।

यमकेश्वर (गढ़वाल)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय, बिध्याणी, यमकेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय, बिध्याणी, यमकेश्वर में ब्रह्मलीन राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ जी महाराज की मूर्ति का अनावरण भी किया।कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि महंत अवैद्यनाथ जी की प्रेरणा से ही यहां महाविद्यालय की स्थापना हुई है। उन्होंने कहा कि ग्राम कांडी में ही महंत अवैद्यनाथ जी का जन्म हुआ था किंतु ज्यादा समय तक नहीं रुक सके थे। कहा कि वे यहां की शिक्षा व्यवस्था के बारे में पूछते रहते थे। मैंने उन्हें अवगत कराया था कि यहां कोई डिग्री कॉलेज नहीं है, यहां के निवासियों ने समिति बनाकर कॉलेज के लिए जमीन दी और यहां कुछ कक्षाओं का प्रारंभ हो सका था। उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रुप से गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि पूज्य गुरु जी को उनकी जन्मभूमि पर सम्मान दे पा रहा हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे लिए गौरव की बात है कि मैं अपने स्कूली गुरुजनों का सम्मान कर पा रहा हूं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखंड में सबसे बड़ी समस्या पलायन है। यहां अच्छी शिक्षा अच्छा माहौल सौंदर्य और संभावनाएं हैं। उत्तराखंड का युवा जहां भी जाता है अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाता है। कहा कि देश 2014 के बाद नए उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा हैl कोरोना में बहुत से लोगों ने अपनों को खोया है लेकिन भारत का सबसे बढ़िया प्रबंधन पूरे विश्व में सराहा गया, पहले महामारी में मौतें बीमारी से ज्यादा भुखमरी से होती थी लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश बदल चुका है, सरकार संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है । उन्होंने कहा कि देश को बचाना है तो उत्तराखंड के पलायन को रोकना होगा क्योंकि उत्तराखंड देश की उत्तरी सीमा है। वृक्षारोपण, जल संरक्षण को बढ़ावा देना होगा। उत्तराखंड में आध्यात्मिक पर्यटन को इको पर्यटन से जोड़ना होगा। योगी जी ने कहा कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा लेकिन इसके लिए पलायन को रोकना पड़ेगाउन्होंने कहा कि जहां अन्य राज्यों में अव्यवस्था फैली है वहीं, उत्तर प्रदेश में कहीं कोई उपद्रव नहीं हुआ। उत्तर प्रदेश में व्यक्तिगत आस्था पर कोई प्रतिबंध नहीं है किंतु उससे किसी अन्य को असुविधा नहीं होनी चाहिए। कहा कि लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है, जनभावना के साथ आस्था के नाम पर खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। कहा कि हमने उत्तर प्रदेश से लगभग एक लाख अनावश्यक माइक हटवाए हैं और कहीं कोई विवाद नहीं है। योगी जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड की 21 वर्षों से जकड़ी समस्या का समाधान अंतिम चरण पर है।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ करिश्माई व्यक्तित्व हैं। योगी जी अपनी जन्म भूमि में लंबे वक्त बाद आए हैं। उन्होंने कहा कि महंत अवैद्यनाथ जी का संबंध हिंदू धर्म, भाईचारे को मजबूत करने व जो पीछे छूट गए हैं उन्हें मुख्यधारा में लाने का रहा है। उनका राम जन्मभूमि आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कहा कि पहले अयोध्या में भगवान राम टेंट में थे, वर्तमान में प्रधानमंत्री मोदी की सरकार बनने के बाद वहाँ भव्य मंदिर बनने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। कहा कि मोदी-योगी के नेतृत्व में अयोध्या भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक राजधानी बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में काशी विश्वनाथ मार्ग भव्य हुआ है जिससे लोगों को जल चढ़ाने में कोई दिक्कत नहीं होती है। मोदी जी ने कहा है कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा। उत्तराखंड में आजादी के बाद जितने पर्यटक चार धाम की यात्रा पर आए हैं, इन 10 सालों में सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों पर होटल, परिवहन व यात्रा से जुड़े लोगों से जानकारी मिली है कि आने वाले 2 माह के लिए सारे होटलों की बुकिंग फुल हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योगी जी का जन्म उत्तराखंड में हुआ है, किंतु वे अब पूरे देश की धरोहर बन चुके हैं। कहा कि 21 सालों से उत्तराखंड-यूपी का परिसंपत्तियों के बंटवारे से संबंधित मामले का मात्र 20 मिनट की बैठक में ही हल निकल गया। मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि महायोगी गोरखनाथ विद्यालय में विज्ञान की कक्षाएं चलाई जाएंगी, साथ ही जो भी अन्य संसाधनों की आवश्यकता होगी उसे पूरा किया जाएगा।इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने गुरुजनों राजेंद्र सिंह रावत, राजेंद्र सिंह भंडारी, महिमानंंद बड़थ्वाल व सत्य प्रसाद बड़थ्वाल को सम्मानित किया।कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व विधायक रेणु बिष्ट सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

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चंपावत विधानसभा उपचुनाव की तिथि घोषित।

आचार संहिता लागू। चंपावत विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा कर दी गई है। भारत निर्वाचन आयोग ने इसकी घोषणा कर दी है। 4 मई को उपचुनाव संबंधी नोटिफिकेशन जारी…

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खेतों में आड़ा न जलाएं काश्तकार, जंगलों में आग लगी तो होगी कार्यवाही- जिलाधिकारी।

जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल इवा आशीष श्रीवास्तव द्वारा सर्वसाधारण को सूचित करते हुए खेतों में आड़ा न जलाने की अपील की गई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वनाग्निकाल चल रहा है। वनों में प्रायः वनाग्नि की घटनायें प्रकाश में आ रही हैं। कहा कि वनाग्नि दुर्घटनाओं की ज्यादातर संख्या खेतों में आड़ा जलाने केे कारण प्रकाश में आ रही है। उन्हांेने सभी कृषकों से इस वनाग्निकाल में अपने खेतों में आड़ा फुकान का कार्य न करने का अनुरोध किया है। कहा कि यदि लापरवाही के कारण खेतों में आड़ा फुकान के पश्चात् जंगलों में आग लगती है, तो संबंधित काश्तकार के खिलाफ कड़ी विधिक कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि वनाग्नि की इन घटनाओं में शरारती तत्वों के द्वारा भी वनों में आग की घटनायें की जाती है, जिसके कारण पर्यावरण को नुकसान के साथ-साथ बहुमूल्य वन सम्पदा को भी क्षति होती है तथा कभी-कभी धनजन की भी क्षति हो जाती है। उन्होंने कहा कि शरारती तत्वों के द्वारा वनों में आग की घटनायें कारित करने की गोपनीय सूचना देने वाले व्यक्ति को 10 हजार रूपये की धनराशि पुरस्कार के रूप मंे दी जायेगी तथा उसका नाम/पता गुप्त रखा जायेगा। कहा कि सूचना देने वाले व्यक्ति को वनों में आग लगाने वाले शरारती तत्वों के बारे में सम्पूर्ण साक्ष्य के साथ सभी अभिलेख/डिजिटल साक्ष्य उपलब्ध कराने के पश्चात जांच में सही पाये जाने पर पुरस्कार की धनराशि दी जायेगी। उन्होंने जन साधारण एवं महानुभाव को इस वनाग्निकाल में वनों में अग्नि नियंत्रण में पूर्ण सहयोग प्रदान करने को कहा।

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कल पहुंचेंगे सुरकंडा देवी मंदिर । रोप वे का करेंगे उद्घाटन।

टिहरी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत रविवार को जनपद सुरकण्डा देवी मन्दिर कद्दूखाल पहुंचेंगे। जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार निर्धारित कार्यक्रमानुसार मुख्यमंत्री 11ः35 बजे आर्मी हैलीपैड रायवाल देहरादून से हैलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर 11ः55 बजे अस्थाई हैलीपैड आलूचक फार्म, उद्यान विभाग धनोल्टी टिहरी गढ़वाल पंहुचेंगे , जहां से समय 12ः00 बजे कार/पैदल मार्ग द्वारा प्रस्थान कर 12ः15 बजे सुरकण्डा देवी पहुंचेंगे तथा पर्यटन विभाग के माध्यम से निर्मित सुरकण्डा देवी मन्दिर रोपवे का शुभारम्भ करेंगे। समय 12ः55 बजे मा. मुख्यमंत्री जी सुरकण्डा देवी से कार/पैदल मार्ग द्वारा प्रस्थान कर 13ः10 बजे अस्थाई हैलीपैड आलूचक फार्म, उद्यान विभाग धनोल्टी टिहरी गढ़वाल पहुंचेंगे तथा 13ः15 बजे हैलीकॉप्टर द्वारा जी.टी.सी. हैलीपैड देहरादून के लिए प्रस्थान करेंगे।
जिला मजिस्ट्रेट टिहरी गढ़वाल इवा आशीष द्वारा मुख्यमंत्री के जनपद भ्रमण कार्यक्रम के दौरान शान्ति एवं सुरक्षा व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति, मंच/पण्डाल, खाद्य सामग्री, अग्निशमन सुरक्षा उपकरण आदि व्यवस्थाओं हेतु अधिकारी नामित किये गये हैं। उन्होंने समस्त अधिकारियों को पूर्ण निष्ठा से अपने-अपने दायित्वों का निर्वह्न करने के आदेश दिये।

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अब एक क्लिक पर शिकायत की जानकारी और मैसेज मिलेगा। मुख्यमंत्री ने किया ऑनलाइन पोर्टल का शुभारंभ।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सचिवालय में मुख्यमंत्री सन्दर्भों/पत्रों के ऑनलाइन पोर्टल का शुभारंभ किया। साथ ही अब मुख्यमंत्री सन्दर्भों/पत्रों को सीएम हेल्पलाइन 1905 के साथ इंटीग्रेट किया गया है।मुख्यमंत्री कार्यालय को प्राप्त सन्दर्भ/पत्र अब एक क्लिक के माध्यम से संबंधित विभागीय सचिव, विभागीय अधिकारी को प्राप्त हो जाएगा। साथ ही शिकायतकर्ता को भी उनके द्वारा दर्ज मोबाइल नम्बर पर मैसेज पहुँचेगा।
साथ ही शिकायतकर्ता को मैसेज के साथ एक लिंक मिलेगा, जिस पर वे अपनी शिकायत पर हुई कार्यवाही की प्रत्येक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। शिकायत जिस विभाग के जिस अधिकारी से संबधित होगी, उन्हें निश्चित समयावधि के अन्दर उसका निस्तारण करना होगा।मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि यदि संबंधित अधिकारी द्वारा समय पर निस्तारण नहीं किया गया तो शिकायत उससे उच्च स्तरीय अधिकारी को स्वतः ही अग्रेनीत हो जाएगी। समय पर निस्तारण न करने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नम्बर-1905, अपणि सरकार पोर्टल एवं भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखण्ड एप 1064 की प्रत्येक 15 दिन में अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री, एक माह में मुख्य सचिव एवं तीन माह में मुख्यमंत्री के स्तर पर समीक्षा की जायेगी।उन्होंने कहा कि सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारण पर सरकार का विशेष ध्यान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रक्रियाओं के सरलीकरण के लिए विभागों द्वारा अभी तक क्या कार्यवाही की गई है, इसकी जल्द समीक्षा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि विभागों द्वारा आगामी 10 वर्षों के लिए विभाग क्या रोडमैप बना रहे हैं, इसकी भी जल्द समीक्षा की जायेगी। शासन एवं जिला स्तर पर ई-ऑफिस प्रणाली को और मजबूत किया जाए। फाइलों के निर्धारित समयावधि पर निस्तारित न होने कारण अधिकारियों को स्पष्ट करना होगा।इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री धामी ने चंपावत निवासी श्री मुकेश राम की समस्या का संज्ञान लेते हुए उनसे फोन पर बात की। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी चम्पावत को उनकी समस्या भेजी जा चुकी है, जिसका उचित समाधान किया जाएगा।इस दौरान अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, विशेष प्रमुख सचिव श्री अभिनव कुमार, सचिव श्री शैलेश बगोली एवं उप सचिव श्री अनिल जोशी उपस्थित थे।

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महिला उत्पीड़न और हिंसा को लेकर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग का निर्देश– महिलाओं का कहीं भी किसी स्तर पर शोषण न हो

अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने दिये निर्देश। उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने शुक्रवार को विकास भवन सभागार टिहरी गढ़वाल में महिलाओं के विरूद्ध समाज मे आये दिन…

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मानसून अवधि में आपदाओं से निपटने की तैयारी पूरी करें- सी एम धामी। वर्चुअल माध्यम से ली अधिकारियों की बैठक।

टिहरी। आगामी मानसून अवधि में सम्भावित आपदाओं के दृष्टिगत आपदाओं की रोकथाम एवं बचाव से संबंधित तैयारियों को लेकर आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्च स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। जनपद से जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर सहित अन्य अधिकारियों द्वारा जिला कलेक्ट्रेट में वर्चुअल माध्यम से बैठक में प्रतिभाग किया गया।
जिलाधिकारी टिहरी इवा आशीष श्रीवास्तव ने अवगत कराया कि आगामी मानसून अवधि में आपदा की दृष्टि से शैडो एरिया में कनेक्टीविटी की सुविधा न होने से समस्या हो सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसे शैडो एरिया को चिन्ह्ति कर सूची शासन को उपलब्ध करा दी जायेगी। उन्होंने एसडीआरएफ फण्ड से परमानेंट गाड़ियों की भी मांग की, ताकि किसी भी प्रकार की आपदा आने पर तत्काल राहत एवं बचाव कार्य किया जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा न्यूनीकरण में कई योजनाएं प्रस्तावित की गई है, यदि शासन से धन रिलीज हो जाएं, तो इससे आपदा में काफी राहत मिलेगी। उन्होंने टीएचडीसी के प्रकरणों से भी अवगत कराया। इस पर मुख्य सचिव ने कहा कि टीएचडीसी के जो भी मुद्दे हैं, उनकी सूची बनाकर भेजें। जिलाधिकारी ने कहा कि बाकी सभी तैयारियां पूरी हैं। मुख्यमंत्री धामी ने निर्देशित किया कि मानसून आने से पहले ही सभी अपने-अपने स्तर से तैयारियां पूरी कर लें। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील, अति संवेदनशील स्थानों का चिन्ह्किरण कर आवश्यक कार्यवाही कर लें। संचार व्यवस्था, खाद्यान्न व्यवस्था, पेयजल, राहत सामाग्री आदि सभी व्यवस्थाएं पहले ही तैयार कर लें। सूचनाओं के अदान-प्रदान हेतु तहसील स्तर पर आपदा कन्ट्रोल रूम बना लें। तहसील स्तर पर आपदा मित्रों का प्रशिक्षण करवा लें। सड़कों पर मलवा आने, लैंडसलाइड होने पर वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था कर लें। एसडीआरएफ की तैनाती बढ़ा लें। उन्होंने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों में ग्राम स्तर पर भी ग्रामीणों को प्रोत्साहित कर सक्षम लोगों की टीम बनाकर प्रशिक्षित कर तैयार लें।
इस मौके पर अपर जिलाधिकारी रामजी शरण शर्मा, डीडीओ सुनील कुमार, डीएफओ टिहरी डिवीजन वी.के. सिंह, सीएमओ डॉ. संजय जैन, एआरटीओ चक्रपाणी मिश्रा, डीएसओ अरूण वर्मा, साहसिक खेल विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, अधि.अभि. जल संस्थान सतीश नौटियाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी वीडियो कान्फ्रेंस से जुड़े रहे।

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