
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर दिए विवादित बयान पर आज दिनभर बीजेपी के सांसदों और मंत्रियों ने बवाल मचाया. कांग्रेस नेता ने संसद में महिला राष्ट्रपति को राष्ट्रपत्नी बोल दिया था, जिसपर संसद में भी हंगामा हुआ. वहीं बीजेपी के सांसदों, मंत्रियों और राज्य के मुख्यमंत्रियों तक ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी मांगने की अपील की. इस मामले में सोनिया गांधी और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच नोकझोंक भी देखने को मिली.
बीजेपी की तरफ से आलोचनाओं का सामना कर रहे अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वो अपने बयान पर इन ‘पाखंडियों’ से नहीं बल्कि राष्ट्रपति से मिलकर माफी मांगूंगा. उन्होंने कहा कि ‘ग़लती से मेरी ज़ुबान फिस गई. मैं बंगाली हूं, मुझे हिंदी नहीं आती – इसलिए ग़लती हो गई. मैंने कभी भी देश के सर्वोच्च पद के अपमान का इरादा नहीं रखा. मैं कभी अपने सपने में भी ऐसा करने की नहीं सोच सकता.” “मैं हिंदी नहीं बोल सकता, इसका मतलब यह नहीं है कि मैंने किसी का जानबूझकर अपमान किया है.”
अधीर रंजन चौधरी के बयान पर एनसीडब्ल्यू – नेशनल कमिशन फॉर वोमेन ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी है, जिसमें मामले में हस्तक्षेप करने और पार्टी नेता के ख़िलाफ़ उचित कार्रवाई करने की मांग की गई है. वहीं NCW ने अधीर रंजन चौधरी को एक नोटिस जारी किया है और उन्हें 3 अगस्त को 11.30 बजे पेश होने को कहा है.
अधीर रंजन के बयान पर सोनिया गांधी को सफाई पेश करनी पड़ी. विवादित बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आमने सामने आ गईं. संसद में हंगामे के बाद जब सोनिया गांधी बाहर निकलीं तो बीजेपी की एक सांसद रमा देवी ने उनके पीछे नारे लगाने लगीं. तभी वहां स्मृति ईरानी पहुंचीं और कथित रूप से उन्होंने सोनिया गांधी से कहा “मुझसे बात करो.” इसपर सोनिया गांधी ने कथित रूप से ईरानी को कहा कि, “डोन्ट टॉक टू मी.”
अधीर रंजन चौधरी के राष्ट्रपत्नी वाले बयान पर केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने जान-बूझकर और दो बार राष्ट्रपति को राष्ट्रपत्नी कहा है. जिस तरह से अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति का अपमान किया है, वो उनकी मानसिकता को दर्शाता है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिय गांधी को संसद में और देश के सामने माफी मांगनी चाहिए.
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने एक वीडियो बयान जारी कर कहा, “भारत का राष्ट्रपति कोई भी हो, चाहे ब्राम्हण हो या आदिवासी – वो हमारे राष्ट्रपति हैं. हमेशा हम उस सर्वोच्च पद का सम्मान करते हैं. कल (बुधवार) को जब हम विजय चौक पर प्रदर्शन कर रहे थे तो मीडिया ने हमसे पूछा कि हम कहां जा रहे हैं… तो एक बार मैंने राष्ट्रपत्नी कह दिया. रिपोर्टर ने हमसे दोबारा पूछा, फिर हमने कहा कि ग़लती से बोल दिया होगा और आप इसे ब्रोडकास्ट मत करना. बीजेपी सिर्फ इसी के लिए हंगामा कर रही है. मैंने ग़लती की है, सिर्फ एक बार और एक शब्द में.”