
उत्तराखण्ड
भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम; 12 मई को फिर बात करेंगे दोनों देशों के DGMO
भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम को संघर्ष विराम हो गया है। भारतीय सेना की ओर से दिए जा रहे मुंहतोड़ जवाब के चलते बैकफुट आए पाकिस्तान की पहल पर भारत संघर्ष विराम के लिए राजी हुआ है। दोनों देशों के बीच हुए संघर्ष विराम की पुष्टि विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने की है। विदेश सचिव की यह संक्षिप्त घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यह कहने के तुरंत बाद आई है। ट्रंप ने ट्रुथ पर लिखा था कि भारत और पाकिस्तान अमेरिका की मध्यस्थता में वार्ता के बाद “पूर्ण और तत्काल” युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। दोनों देशों के बीच की संघर्ष विराम की पटकथा करीब आधे घंटे में लिखी गई।
शाम 6.10 बजे : आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख अडिग- एस जयशंकर
संघर्ष विराम की पुष्टि करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर लिखा कि भारत और पाकिस्तान के बीच आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी है। भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख अपनाया है। वह ऐसा करना जारी रखेगा।
शाम 5.54 बजे: पर विदेश मंत्रालय ने की पुष्टि
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, ‘पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) ने आज दोपहर 3:35 बजे भारतीय डीजीएमओ को फोन किया। उनके बीच यह सहमति बनी कि दोनों पक्ष भारतीय मानक समयानुसार 1700 बजे से ज़मीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। आज दोनों पक्षों को इस सहमति को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। सैन्य संचालन महानिदेशक 12 मई को 1200 बजे फिर से बात करेंगे।’
पाकिस्तान ने डाले हथियार
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि युद्ध विराम किसी बातचीत के जरिए या किसी तीसरे पक्ष की भागीदारी के जरिए नहीं हुआ, बल्कि पाकिस्तान द्वारा खुद को आगे की कार्रवाई को सहन करने में असमर्थ पाए जाने के बाद हुआ।
भारत आतंकवाद के खिलाफ
जैसा कि दोनों देशों के बीच गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनने के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लगातार दृढ़ और समझौताहीन रुख बनाए रखा है। यह ऐसा करना जारी रखेगा।