आज का इतिहास:सचिन ने बनाया शतकों का शतक, इराक ने कुर्दों पर किया था सबसे घातक केमिकल अटैक

इतिहास

सोलह मार्च, 2012 वह दिन है जब सचिन ने एशिया कप के एक मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ खेलते हुये मीरपुर स्थित शेर-ए-बंगाल स्टेडियम में शतक जड़कर एक अभूतपूर्व रिकॉर्ड अपने नाम किया था। दरअसल एकदिवसीय क्रिकेट में सचिन का यह 49वां शतक था और टेस्ट क्रिकेट में वह 51 शतक पहले ही लगा चुके थे। इस तरह मास्टर ब्लास्टर ने शतकों का शतक पूरा किया। भारत रत्न से सम्मानित सचिन यह कीर्तिमान रचने वाले दुनिया के अकेले बल्लेबाज हैं। इस मुकाम तक अभी कोई नहीं पहुंचा है। यह भी अजब इत्तफाक है कि क्रिकेट के खेल में एक समय सबसे धीमा दोहरा शतक ओर सबसे तेज दोहरा शतक बनाने का इतिहास भी 16 मार्च के नाम था। धीमा दोहरा शतक जहां भारत के सलामी बल्लेबाज नवजोत सिंह सिद्धू ने 1997 में वेस्टइंडीज के तूफानी गेंदबाजों का मुकाबला करते हुए बनाया वहीं सबसे तेज दोहरा शतक 2002 में न्यूजीलैंड के नाथन एस्टल ने इंग्लैंड के खिलाफ 163 गेंद में पूरा किया। हालांकि सबसे दिलचस्प बात यह है कि सिद्धू सबसे धीमा दोहरा शतक जमाकर भी मैच के हीरो बन गए जबकि एस्टल सबसे तेज दोहरा शतक लगाकर भी अपनी टीम को हार से नहीं बचा पाए।

इराक-ईरान के बीच 1980 से जंग चल रही थी, हजारों लोगों मारे जा चुके थे, लेकिन 16 मार्च 1988 को जो हुआ, वो इतिहास की सबसे क्रूरतम घटनाओं में शामिल हो गया। सुबह 11 बजे के आसपास इराकी सेना ने ईरान की सीमा से लगे शहर हेलबजा पर केमिकल अटैक कर दिया। सेना ने मस्टर्ड गैस को हवा में घोल दिया।पलक झपकते ही 5 हजार से ज्यादा लोग मौत के मुंह में समा गए, जबकि 10 हजार लोग जिंदगीभर के लिए किसी न किसी बीमारी का शिकार हो गए। केमिकल इतना घातक था कि अगली पीढ़ियों तक में इसका असर देखने को मिला।हेलबजा शहर इराक-ईरान की सीमा पर है। यहां ज्यादातर कुर्द लोग रहते थे, जो इराक में सद्दाम हुसैन के शासन से नाखुश थे। जब ईरान की सेना इस इलाके में घुसी तो स्थानीय कुर्दों ने उनका स्वागत किया। ये बात सद्दाम को नागवार गुजरी। उन्होंने कुर्दों को सबक सिखाने का फैसला लिया। ये हमला उसी नफरत का नतीजा था।

आज ही के दिन दी गई थी पोलियो की पहली खुराक
साल 2014 का मार्च महीना भारत के लिए बड़ी उपलब्धि लेकर आया। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को पोलियो-मुक्त देश घोषित कर दिया। भारत के लिए ये 19 सालों की लंबी लड़ाई का नतीजा था। इसका पहला अध्याय साल 1995 में आज ही के दिन लिखा गया था। 16 मार्च 1995 को भारत में पोलियो की ओरल वैक्सीन की पहली डोज दी गई थी।

भारत के पल्स पोलियो अभियान को दुनिया के सबसे सफल वैक्सीनेशन कैंपेन के तौर पर गिना जाता है। वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर साल 16 मार्च को नेशनल वैक्सीनेशन डे के रूप में मनाया जाता है।

देश-दुनिया में 16 मार्च की अन्य अहम घटनाएं इस प्रकार हैं…

2014: क्रीमिया में यूक्रेन से अलग होने और रूस के साथ जाने के लिए जनमत संग्रह हुआ। कई देशों के विरोध के बाद भी रूस ने जनमत संग्रह के बाद क्रीमिया को अपने में मिला लिया।

2007: दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज हर्षल गिब्स ने एक ओवर में छह छक्के लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। गिब्स ने 2007 वनडे वर्ल्ड कप के दौरान नीदरलैंड के खिलाफ खेले गए मैच में डान वैन बंज की छह गेंदों पर छह छक्के लगाए।

1968: वियतनाम युद्ध के समय अमेरिकी सेनाओं ने सैकड़ों निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया।

1945: दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जापानी आईलैंड ईओ जीमा पर अमेरिकी नौसेना ने कब्जा कर लिया।

1945: दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी के वर्जबर्ग शहर पर ब्रिटेन ने हवाई हमला किया। 20 मिनट की बमबारी में इस शहर का 90% हिस्सा तबाह हो गया था।

1926: दुनिया का पहला लिक्विड फ्यूल्ड रॉकेट लॉन्च किया गया। अमेरिकी इंजीनियर रॉबर्ड गोलार्ड ने लॉन्च किया। इसमें लिक्विड ऑक्सीजन और गैसोलीन का प्रयोग किया गया था।

1910: इफ्तिखार अली खान पटौदी का जन्म हुआ। उन्होंने इंग्लैंड और भारत के लिए क्रिकेट खेला। उनके बेटे मंसूर अली खान पटौदी भारत के सबसे युवा टेस्ट कप्तान रहे।

1799: मशहूर फोटोग्राफर एना एटकिन्स का जन्म हुआ। उन्होंने पहली ऐसी किताब पब्लिश की थी, जिसमें कैमरे से ली गई फोटो का इस्तेमाल किया गया था।

1751: अमेरिका के चौथे राष्ट्रपति जेम्स मैडिसन का वर्जीनिया में जन्म हुआ।

1693: इंदौर के होल्कर राजघराने के संस्थापक मल्हारराव होल्कर का जन्म हुआ।

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