
आज का इतिहास
2006 में आज ही के दिन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने की थी विश्व हिंदी दिवस की घोषणा,जानें अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं
10 जनवरी का इतिहास महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि 2006 से 10 जनवरी को ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रति वर्ष विश्व हिंदी दिवस के रूप मनाए जाने की घोषणा की थी। 1963 में आज ही के दिन भारत सरकार ने स्वर्ण नियंत्रण योजना की शुरुआत की थी, जिसके तहत 14 कैरेट से अधिक के गहनों पर पाबंदी लगा दी गई थी।
यूं तो हर तारीख का कोई न कोई इतिहास होता है, लेकिन 10 जनवरी का इतिहास कई मायने में, विशेषतौर पर हिंदी प्रेमी लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। कारण है कि इस दिन विश्व हिंदी दिवस होता है। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए 2006 में प्रति वर्ष 10 जनवरी को हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की थी। विश्व में हिंदी का विकास करने और एक अंतरराष्ट्रीय भाषा के तौर पर इसे प्रचारित-प्रसारित करने के उद्देश्य से विश्व हिंदी सम्मेलनों की शुरुआत की गई और प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में आयोजित हुआ था। इसीलिए, इस दिन को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। देश दुनिया के इतिहास में 10 जनवरी की तारीख में दर्ज कुछ
महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
1616: ब्रिटिश राजदूत सर थॉमस रो ने अजमेर में मुगल बादशाह जहांगीर से मुलाकात की।
1692 : कलकत्ता के संस्थापक जॉब चारनॉक का कलकत्ता में निधन।
1818 : मराठा सेना और ब्रिटिश सेना के बीच रामपुरा में तीसरी और अंतिम लड़ाई हुई।
1940: भारतीय पार्श्व गायक और शास्त्रीय संगीतकार के. जे. येसुदास का जन्म।
1946: लंदन में संयुक्त राष्ट्र महासभा की पहली बैठक में 51 राष्ट्रों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
1969: प्रसिद्ध राजनेता एवं लेखक सम्पूर्णानंद का निधन।
1972: पाकिस्तान की जेल में नौ महीने से अधिक समय तक कैद रहने के बाद शेख मुजीब-उर-रहमान स्वतंत्र राष्ट्र बने बंगलादेश पहुंचे।
1975: नागपुर में प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन।
1987 : पूरी दुनिया का चक्कर लगाने का पहला नौका अभियान बम्बई में पूरा हुआ।
2003 : उत्तर कोरिया परमाणु अप्रसार संधि से हटा।
2006 : तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रति वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान किया।
2013 : पाकिस्तान में कई बम धमाकों में 100 लोगों की मौत, 270 घायल।
2020 : केन्द्र सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून के लिए अधिसूचना जारी की।
2022: म्यांमा की एक अदालत ने नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित आंग सांग सू की को वॉकी टॉकी आयात करने व रखने और कोरोना वायरस संबंधी पाबंदियों का उल्लंघन करने के मामले में चार साल की सज़ा सुनाई।