
टिहरी। पिछले कई सालों से करोड़ों के घाटे में चल रहे टिहरी गढ़वाल गढ़वाल दुग्ध संघ को राहत मिले की उम्मीद है। सरकार ने काश्तकारों का पिछला भुगतान करने के लिये 76 लाख जारी करने का शासनादेश किया है। उम्मीद है कि सालों से बकाया भुगतान काश्तकारों को मिलेगा। दरअसल टिहरी गढ़वाल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ करीव 3 करोड़ रूप्ये के घाटे में है। यंहा 1 करोड़ से अधिक काश्तकारों का बकाया है, वंही टांसपोर्ट को भी लाखों रूप्ये बकाया चल रहा है। इस संघ की आंचल डेरी में काम करने वाले कर्मचारियों को पिछले 40 महीने का वेतन भुगतान का अभी तक बाकी है, जिस कारण कर्मचारी भी वेतन न मिल पाने के कारण परेशान हैं। वंही काश्तकारों का दूध का पैसा न मिल पाने के कारण संघ को काश्तकारों ने दूध देना बन्द किया हुआ है। मौजूदा समय में यंहा करीव 200 लीटर दूध संघ को मिल पा रहा है। संघ के अध्यक्ष ने जल्दी की सरकार से धन उपलब्ध होने की उम्मीद जताई है।