
टिहरी। अप्रैल माह में होने वाले कुम्भ स्नानों के लिये टिहरी डेम से प्र्याप्त पानी छोड़ा जायेगा। टिहरी बांध की झील से अभी विधुत उत्पादन के बाद 141 क्यूमैक्स पानी छोड़ा जा रहा है, जबकि हरिद्वार में स्नानों के दिनों पर अतिरिक्त पानी छोड़ा जायेगा। टीएचडीसी के अधिशासी निदेशक वी के बडोनी ने कहा कि टिहरी झील का जलस्तर घटा हुआ है और झील का जलस्तर इस समय 758 आरएल मीटर है, इसके बाबजूद भी पानी की कोई कमी नही होने दी जायेगी। उन्होने कहा कि टीएसडीसी ने इस साल का अपना विधुत उत्तपादन का टारगेट पूरा कर लिया है। बडोनी ने कहा कि अलकनन्दा और टिहरी डेम से हरिद्वार कुम्भ के लिये 14 हजार क्यूसेक पानी की जरूरत है, जरूरत के हिसाव से उतना पानी छोड दिया जायेगा। उन्होने कहा कि इस समय टिहरी और कोटेश्वर बांध से करीब 7 मिलियन यूनिट विधुत का उत्तपादन किया जा रहा है। उन्होने कहा कि मार्च तक का विधुत उत्पादन का लक्ष्य पूरा किया जा चुका है, अब सिंचाई और साधु समाज की अपेक्षा के अनुरूप पानी पंहुचाना प्राथमिकता है।
