

उत्तराखंड में ईद-उल-अजहा (बकरीद) का त्योहार अकीदत और खुलूस के साथ मनाया गया। शहर और देहात क्षेत्रों में ईदगाह के साथ ही तमाम मस्जिदों में नमाज अदा की गई। रब की बारगाह में मुल्क की सलामती, अमनो-अमान और तरक्की की दुआएं मांगी गईं। नमाज के बाद कुर्बानी कर पैगंबर हजरत इब्राहिम की सुन्नत अदा की गई। ईद को लेकर पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद रहा। रविवार को ईद-उल-अजहा के त्योहार को लेकर लोगों में उत्साह बना हुआ था। ईदगाह में ईद की नमाज सुबह नौ बजे मौलाना अब्दुल वाहिद ने अदा कराई। नमाज से पूर्व तकरीर करते हुए मौलाना अब्दुल वाहिद ने कहा कि ईद-उल-अजहा पैगंबर इब्राहिम की सुन्नत के तौर पर मनाई जाती है। ये त्योहार मोमिनों का अपने अल्लाह के प्रति प्रेम, त्याग और समर्पण का प्रतीक है। मदरसा इस्लामिया अरशदिया में मौलाना इकराम कासमी ने सुबह साढ़े छह बजे ईद की नमाज अदा कराई।
मुस्तैद रहा पुलिस प्रशासन
ईद उल अजहा को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, ज्वालापुर कोतवाल आरके सकलानी, रेल चौकी इंचार्ज प्रवीण रावत और नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी मुस्तैद रहे। दिनभर पुलिसकर्मी क्षेत्रों में गश्त करते रहे।
