
उत्तराखंड
सदर कोतवाली क्षेत्र के घिरौली के जोशीगांव में महिला समेत उसके तीन मासूम बच्चों की हत्या का दुस्साहसिक मामला सामने आया है। मृतका का पति गायब है। शव लगभग सप्ताह भर पुराने हैं। दुर्गंध उठने से गुरुवार शाम घटना का पता चला। रात में पहुंची पुलिस ने चारों शवों को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया। शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।मूल रूप से कपकोट तहसील के शामा निवासी भूपाल राम घिरौली जोशीगांव में गोविंद बिष्ट के मकान में किराए पर रहता है। गुरुवार शाम कुछ युवक मकान की ओर पानी की लाइन ठीक करने पहुंचे। उन्हें वहां दुर्गंध का एहसास हुआ। इस पर देहरादून में रहने वाले गोविंद बिष्ट से संपर्क किया। उन्होंने कोतवाल कैलाश नेगी को फोन पर जानकारी दी।पुलिस की पड़ताल में पता चला कि मकान में कपकोट के भनार गांव के मूल निवासी भूपाल राम का परिवार रहता था। घर के भीतर भूपाल राम की पत्नी नीमा देवी (40), पुत्री अंजलि (14), पुत्र कृष्णा (8), पुत्र भाष्कर (5-6 माह) के शव होने की पुष्टि हुई। पुलिस ने चारों शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। सीओ अंकित कंडारी के अनुसार शवों पर कहीं किसी तरह की चोट के निशान नहीं हैं। शव कई दिन पुराने होने की आशंका जताई जा रही है। भूपाल राम कई महीने से लापता बताया जा रहा है।
ग्रामीणों के अनुसार जिस मकान में घटना हुई है, वह गांव के किनारे है। इस कारण वहां लोगों का आना-जाना कम ही होता है। ग्रामीणों ने बताया कि छलड़ी के दिन आठ मार्च से परिवार का कोई सदस्य नहीं दिखाई दिया। गुरुवार को शव मिलने से अनुमान लगाया जा रहा है कि घटना छलड़ी के दिन की ही हो सकती है।
परिवार का मुखिया भूपाल राम मजदूरी और गाजे-बाजे का काम करता था। उस पर काफी कर्ज भी था। मूल रूप से कपकोट के शामा क्षेत्र का रहने वाला है। उसने पिछले कई माह से किराया भी नहीं दिया था। भूपाल राम के विरुद्ध 10 मार्च को ठगी का मुकदमा स्थानीय निवासी सीमा देवी ने कोतवाली में दर्ज कराया है।