
टिहरी
जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष राकेश राणा ने एक बयान जारी करके कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली जानवर सूअर बंदर भालू और बाघ के संघर्ष में कई लोग अपनी जान गवा रहे हैं इसके साथ ही फसलों को भी बड़ा भारी नुकसान हो रहा है जिस वजह से लोगों ने खेती-बाड़ी करना बंद कर दिया है उन्होंने कहा अन्य राज्यों की भांति उत्तराखंड राज्य सरकार को भी जंगली जानवरों से संघर्ष में मरने वाले व्यक्ति के परिजनों को ₹ पचीस लाख का मुआवजा और घायल जख्मी और विकलांग व्यक्ति को मुफ्त उपचार के साथ पांच लाख रुपया की मुआवजा राशि देना चाहिए ।
उन्होंने कहा कल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी सचिवालय में उत्तराखंड राज्य वन्यजीव बोर्ड की 19वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए बंदरों और जंगली जानवरों की समस्या को दूर करने हेतु फोकस होकर काम करने के निर्देश देने के साथ मानव वन्यजीव संघर्ष राहत राशि को 15 दिनों के भीतर देना सुनिश्चित करने के साथ वन्यजीव संघर्ष में मरने वाले व्यक्ति के परिजनों को चार लाख से ₹ छ लाख रुपये बढ़ाने का प्रस्ताव कैबिनेट में लाने की बात की यह फैसला जनहित में उचित नहीं है ।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और अन्य राज्यों की भांति जंगली जानवरों के संघर्ष में मारे जाने वाले लोगों के परिजनों को कम से कम 25 लाख रुपए का मुआवजा व घायल व्यक्ति को मुफ्त इलाज के साथ ₹ 5 लाख की धनराशि दी जानी चाहिए।