
टिहरी
रक्षाबंधन भाई-बहन के अटूट प्यार का पर्व है. इस दिन हर बहन अपने भाई के कलाई पर रक्षासूत्र बांधती है और भाई बहन को आजीवन रक्षा का वचन देता है. भाई बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार इस बार दो दिन मनाया गया। 30 अगस्त को भद्रा नक्षत्र रात 9:02 बजे खत्म हुई, लेकिन लोकाचार की वजह से रात में बहुत कम लोगों ने ही राखी का त्योहार मनाया। आज 31 अगस्त को धूमधाम से त्योहार मनाया गया।

टिहरी समेत पूरे प्रदेश में राखी की धूम मची रही। दिनभर बाजारों में जमकर भीड़ रही। बता दें हिंदू धर्म में रक्षाबंधन बहुत ही खास माना जाता है। हर साल इस पर्व को बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। बहनें अपने भाइयों की कलाई में राखी बांधते हुए उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। वहीं भाई बहन को उपहार देते हुए हमेशा उसकी रक्षा करने का संकल्प लेता है।
मुख्य रूप से रक्षाबंधन का त्योहार आज 31 अगस्त को मनाया गया। हालांकि 31 अगस्त को सुबह 7:06 बजे तक उदय तिथि रही, लेकिन 31 अगस्त को उदय तिथि के चलते पूरा दिन बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांध पाई।