
उत्तराखंड
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न, स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर मुख्यमंत्री आवास में उनकी तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि स्व. अटल बिहारी वाजपेयी कुशल प्रशासक, राजनीतिज्ञ एवं लोकप्रिय जन नेता के साथ महान वक्ता थे, जिन्हें समाज के सभी वर्गों के लोग सम्मान देते थे। स्व. वाजपेयी के लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मेदी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड में हर क्षेत्र में तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य में 23 वर्ष में पहली बार भर्तियों में घोटाले करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई के लिए सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है। कन्वर्जन रोकने के लिए कानून लागू किया गया है। लैंड जिहाद और लव जिहाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। उत्तराखंड में समान नागरिक आचार संहिता कानून के लिए बनाई गई समिति ने ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। ड्राफ्ट मिलते ही सरकार इसे लागू करने की दिशा में आगे बढ़ेगी। राज्य की महिलाओं को राज्य की प्रतियोगी परीक्षाओं में 30 प्रतिशत के क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था की गई है। राज्य के कई क्षेत्रों में राजस्व पुलिस की जगह रेगुलर पुलिस की तैनाती की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड, डेस्टिनेशन उत्तराखण्ड के रूप में निवेश का हब बनने जा रहा है। इसी माह देहरादून में उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया। इससे पूर्व विदेशों और देश के बड़े शहरों में जाकर राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए रोड शो के माध्यम से करार किये गये। जो निवेश प्रस्ताव राज्य को प्राप्त हुए हैं, उनकी ग्राउडिंग के लिए तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में चाहे मूल निवास का मुद्दा हो, भू-कानून का मुद्दा हो या अन्य कोई भी जनहित से जुड़े मुद्दे हों राज्य के हित में जहां पर भी जो भी जरूरत पड़ेगी, हम उसमें एक प्रसेंट भी पीछे रहने वाले नहीं हैं। राज्य का हित और यहां के नौजवान युवाओं का हित हमारे लिये सबसे पहले है। राज्य में जो निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, उनमें भी सबसे पहले राज्य सरकार उन्हीं को प्राथमिकता देगी, जो नौजवान युवाओं को रोजगार देने वाले हों। उन्होंने कहा कि राज्यहित में जो निर्णय लेने होंगे, वे लिये जायेंगे। इसमें किसी को कोई संदेह करने की जरूरत नहीं है। राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्यहित से जुड़े मुद्दों पर निर्णय लेगी।
सदैव अटल’ पर दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते पीएम नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भाजपा के संस्थापक स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उनके समाधि स्थल ‘सदैव अटल’ पर पहुँच कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उनके अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
प्रधानमंत्री ने स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जयंती पर देश के सभी परिवारजनों की ओर से मेरा कोटि-कोटि नमन। वे जीवनपर्यंत राष्ट्र निर्माण को गति देने में जुटे रहे। माँ भारती के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव अमृतकाल में भी प्रेरणास्रोत बना रहेगा”
प्रधानमंत्री ने कहा कि माँ भारती के लाडले अटल बिहारी का जीवन राष्ट्र को समर्पित रहा। वह पल-पल राष्ट्र के लिए जिए। ऐसे व्यक्तित्व बहुत कम होते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें परिस्थिति को साधने वाला बताया। प्रधानमंत्री ने स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के साथ कुछ यादें भी साझा की।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसम्बर 1924 को आगरा के बटेश्वर गाँव में हुआ था। वह भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। उन्होंने 1950 के दशक से अपनी संसदीय यात्रा चालू की थी जो कि अनवरत 2009 तक चलती रही। वह जनता दल की सरकार में देश के विदेश मंत्री भी बने थे। उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओ के साथ मिलकर भाजपा की स्थापना की थी। स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे।
सबसे पहले वह वर्ष 1996 में 13 दिन, फिर 1998 से 1999 में 13 महीने और फिर 1999 से 2004 तक पाँच वर्षों के लिए भारत के प्रधानमंत्री बने। उनकी सरकार के दौरान कारगिल युद्ध जैसे निर्णायक पल भारत के लिए आए।