
टिहरी
भौंकुछ : नी ब्वारि कुछ काम त फेसबुक कि पुछीड़ मरोड़
नी ब्वारि कुछ काम त फेसबुक कि पुछीड़ मरोड़।
ये मेरी बात नहीं है। मेरे पास तो बहुत काम है, मैं ठहरा पत्रकार, ऐरा-गैरा नहीं। मुझसे बड़े- बड़़े लोग डरते हैं। सुल्ताना डाकू से तब क्या डरते होंगे।
जाहिर है मेरे पास बहुत काम है। अभी मुझे जिले के अधिकारियों को जाकर दर्शन देने हैं। खिड़की से ही सही! उनको डिस्टर्ब नहीं करना है। नीचे वाले तो बेचारे शिष्टाचार ही बस ,।
हां, विधायक जी भी लाइन पर हैं। क्या करूं, सीएम मेरे नाना के फूफे के भतीजे के नाती हैं, उनसे मंत्री बनाने की किस-किस की सिफारिश करूं। मैं बहुत व्यस्त हूं, फेसबुक की पुछीड़ पकड़ में नहीं आ रही है। इसलिए आपको नसीहत sorry हिन्दी में जो भी हो देता हूं.. अपना खयाल रखें।