
टिहरी
जनपद टिहरी गढ़वाल भिलंगना के जोगियड़ा गांव के युवाओं की अनोखी पहल सदियों पूरानी घंडियाल देवता की जात हेतू की पहल,,,,
टिहरी गढ़वाल के विकास खंड भिलंगना कै ग्राम सभा जोगियड़ा कै युवाओं मैं आजकल एक नया उत्साह है उत्साह भगवान घंडियाल देवता की जात को लैकर है, कई वर्ष पूर्व ग्राम सभा वासी गांव से कुछ दूर भगवान घंडियाल देवता की एक दिवसीय (सामूहिक पूजा) जात करते थै जिसमें सभी लोग श्रदा पुर्वक रात्री वर्त लेकर क्षेत्र, गांव, परिवार की सुख समृद्धि हेतू घंडियाल देवता का आशीष लेते थे . यहा स्थान गांव के ठीक उपर है मान्यता थी की यंही से भगवान पूरे गांव पर अपनी द्वष्टि रखते थे . धीरे धीरे पलायन के चलते यहां से भी काफी लोग शहरो की ओर चले गये , जिस कारण यह परम्परा धीरे धीरे खत्म होती चली गई .
लेकिन इस बार युवाओं नें ठानी है ओर भब्य तरीके से पुनः भव्य स्वरूप में कई वर्षो बाद यह आयोजन २६ तारीख को हुआ है जिसमें घंडियाल दैवता ओर हुणेश्वर महादेव आशीष देंगे
गांव के बयोवृद श्री दलपती सिंह राणा , श्री कर्ण सिंह राणा , श्री श्याम सिंह रावत , बद्री सिंह रोथाण ,धन सिंह राणा , गोविंद सिंह राणा , दरमियान सिंह राणा , कहतै हैं कि यदि इस प्रकार का आयोजन हो रहा है तो निश्चिंतता युवा धार्मिक ओर लोक हितार्थ हैतू चिंतित ही नही किर्यावयन हैतू भी तत्पर है , वहीं जिला पंचायत सदस्या प्रतिनिधि भजन रावत ने कहा की कोरोनाकाल कै दोर मैं अपने अपने गांव पंहुचे युवाओं में अपने धार्मिक संस्कृति के प्रति जागरूकता आयी , अब सरकार को भी उत्तराखंड के पैतृक देवालयों को पुनर्जीवित करने हेतु धर्मस्व विभाग को इस ओर ध्यान देने हेतु निर्देशित करना चाहिए ,,
60 साल पूर्व की पैतृक संस्कृति को पुनर्जीवित करने में मुख्य भूमिका श्री रणजीत राणा जी , ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कुवांर लाल , मोहन सिंह राणा , जीत सिंह रौथाण , दलवीर सिंह राणा , बलदेव राणा, युवक मंगल दल के अध्यक्ष हिमांश सिंह भण्डारी जी ,की रही