
उत्तराखंड
उत्तराखंड में बरस रहा कुदरत का कहर,टिहरी और रुद्रप्रयाग में बादल फटने की घटना,मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट
मौसम विभाग 7 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। जिसके चलते सात जिलों में स्कूल भी बंद किए गए हैं। विभाग ने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। बुधवार शाम प्रदेश में मौसम ने अचानक रुख बदला और आसमान से कहर बरसने लगा। रुद्रप्रयाग जिले में बादल फटने की घटना हुई जबकि टिहरी के घनसाली में गदेरे में आए उफान ने सड़क किनारे बने रेस्टोरेंट और आठ से दस वाहनों को बहा दिया, इस घटना में तीन लोगों की मृत्यु हो गई। हरिद्वार में एक मकान की छत गिरने से दो बच्चों की जान चली गई। आसमान से बरसती आफत ने कल प्रदेश में आठ लोगों की जान ले ली। जनपद रुद्रप्रयाग में भारी बारिश के कारण केदारनाथ यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर रामबाड़ा के दोनों तरफ पुल बह गए हैं, जिससे यात्रा मार्ग बाधित हो गया है। रामबाड़ा और भीमबली में फंसे लगभग चार सौ लोगों को निकालने का कार्य जारी है। सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच मार्ग का कुछ हिस्सा भी बह गया है। मार्ग सुचारु होने तक यात्रा स्थगित रहेगी। मौसम विभाग ने देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी गढ़वाल, नैनीताल, चंपावत, और उधमसिंह नगर जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके चलते इन सभी जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। जबकि शेष अन्य जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। प्रदेश वासियों को अगले 48 घंटे सावधान और सुरक्षित रहने की जरूरत है क्योंकि दो दिन बारिश आफत बनकर बरसने वाली है। रेड अलर्ट वाले क्षेत्रों में लोगों को सिर्फ जरुरी काम के लिए ही बाहर निकलने की सलाह दी गई है, अगर जरुरी नहीं हो तो घर पर ही रहें। मुख्यमंत्री धामी ने भी नागरिकों से अपील की है कि इस मौसम में संभव हो तो घर पर ही रहें अनावश्यक यात्रा करने से बचें।