लिंचोली” मे दबे तीन शवो के मिलने से सरकार के आपदा प्रबंधन की खुली पोल: शान्ति प्रसाद भट्ट, प्रवक्ता उत्तराखंड कांग्रेस

टिहरी

“लिंचोली” मे दबे तीन शवो के मिलने से सरकार के आपदा प्रबंधन की खुली पोल: शान्ति प्रसाद भट्ट, प्रवक्ता उत्तराखंड कांग्रेस

विगत 31 जुलाई 2024 को केदारघाटी में आई आपदा मे सरकार के दावों की तब पोल खुल गई जब 15अगस्त2024 की शाम को केदारनाथ गौरीकुंड मार्ग के लिंचोली मे तीन शवों को बरामद किया गया, पूर्व मे भी तीन शव बरामद हुए थे,आपदा के समय सरकार के मंत्री, सासंद नदारद रहे, प्रभारी मंत्रियों को आपदा क्षेत्रो मे कैंप करना चाहिए था, किंतु वे दिल्ली मे अपने आकाओं के साथ फोटो सूट मे व्यस्त रहे, जबकि जनता आपदा से जूझते हुए हलकान रही!
जबकि प्रतिपक्ष कांग्रेस के नेता कार्यकर्ता जहां आपदा राहत कार्यों मे जुटे रहें वहीं सरकार पर आंकड़ों को छुपाने का भी आरोप विपक्ष ने लगाया था, अब तीन शवो के मिलने से विपक्षी दल कांग्रेस की बात सही साबित प्रतीत होती है!कि सरकार ने आपदा मे आंकड़े छुपाए थे, चुकीं सरकार के माननीय मंत्रियों, माननीय विधायकों और माननीय मुख्य्मंत्री जी के बीच भारी अंतर्कलह चल रहा है, मा.मंत्रियों ने विगत आठ माह से अपने अपने प्रभार वाले जिलों के विकास कार्यों सहित सरकार के एजेंडों के क्रियान्वयन की रिपोर्ट मा.मुख्य्मंत्री जी को नही सौंपी है, जबकि मा.मुख्य्मंत्री जी मा.मंत्रियों को पत्र लिख कर रिपोर्ट देने का अनुनय विनय कर रहें है, आलम यह है कि “संविधान के अनुच्छेद 163 के तहत महामहिम राज्यपाल महोदय को अपनी सहायता के लिए एक मंत्रीपरिषद गठित करने की शक्ति प्राप्त है, किंतु जब वही मंत्रिपरिषद अपनें कार्यों का निर्वहन ठीक से नहीं कर पा रही है तब राज्यपाल महोदय को हस्तक्षेप करना पड़ सकता है “?
ज्ञात हों 24साल के उतराखंड राज्य मे सबसे ज्यादा अस्थिरता भाजपा ने ही दी है, 24सालों मे नौ मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस की सरकार को गिराने का संवैधानिक पाप भी इस देव भूमी मे बीजेपी ने ही किया था।

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