
उत्तराखंड
उत्तराखंड स्थापना दिवस: प्रवासी सम्मेलन का सीएम धामी ने किया शुभारंभ,की बडी घोषणा
उत्तराखंड सरकार राज्य का 24 वां स्थापना दिवस बड़ी ही सादगी से मनाने जा रही है. राज्य स्थापना दिवस को लेकर 7 नवंबर को देहरादून स्थित दून विश्वविद्यालय में प्रवासी उत्तराखंड सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसका मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुभारंभ किया. इस दौरान सीएम धामी ने देवभूमि रजत उत्सव का लोगो (LOGO) लांच किया. इसके साथ ही तिमूर परफ्यूम को इंटरनेशनल मार्केट के लिए भी लॉन्च किया. प्रवासी उत्तराखंड सम्मेलन में देश भर के तमाम हिस्सों से करीब 250 प्रवासी शामिल हुए.
राज्य में प्रवासी उत्तराखंड परिषद का गठन किया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दून विश्वविद्यालय में आयोजित प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन में इसकी घोषणा की। उन्होंने सम्मेलन में पहुंचे प्रवासी उत्तराखंडियों से राज्य के विकास में अपना योगदान देने को कहा। मुख्यमंत्री ने सभी प्रवासियों से कहा कि कम से कम वर्ष में एक बार अपने गांव और पैतृक घर पर जरूर आएं और अपनी-अपनी विशेषज्ञता के हिसाब से अपने क्षेत्र के विकास में योगदान दें। इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड @ 2025 का लोगो लांच किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की माटी से जुड़े प्रवासियों ने शिक्षा, अनुसंधान, ब्यूरोक्रेसी, फिल्म निर्माण, उद्योग, व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान उत्तराखंड से हैं। भारत के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस विपिन रावत भी इसी भूमि से थे। उत्तराखंड की संस्कृति अपने आप में विशिष्ट है। हमारे प्रवासी देश के विभिन्न राज्यों में अपनी भाषा और संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन सभी को उत्तराखंड की मिट्टी से फिर से जोड़ने का एक प्रयास है। यह ऐसा समागम है, जहां सभी प्रवासी भाई बहन न सिर्फ राज्य के अधिकारियों के साथ संवाद कर सकेंगे बल्कि उन्हें विभिन्न राज्यों में निवासरत अन्य उत्तराखंडी प्रवासियों से भी मिलने का अवसर प्राप्त हो रहा है। पिछले एक साल में बेरोजगारी की दर 4.4 प्रतिशत कम हुई है।
अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी ने कहा, राज्य में क्षेत्रीय फिल्मों को बढ़ावा मिलना चाहिए। उत्तराखंड की लोक कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के आयोजन सेतु के रूप में कार्य करेंगे।
केंद्र सरकार में सचिव वाणिज्य सुनील बर्थवाल ने कहा, प्रवासियों को अपने गांव को गोद लेने वाला विचार सराहनीय है। राज्य के लिए वे हर संभव सहयोग देंगे और अपनी मातृभूमि के विकास के लिए भागीदार बनेंगे। सामूहिक खेती से उत्तराखंड में जैविक उत्पादों को बढ़ाया जा सकता है।
राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने कहा, प्रवासी उत्तराखंड़ियों को अपने माटी से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा सराहनीय पहल की गई है। राज्य में पर्यटन, ऊर्जा, वन संपदाओं, उद्योग के क्षेत्र में कार्य की अनेक संभावनाएं हैं। कार्यक्रम में विधायक बंशीधर भगत, किशोर उपाध्याय, सविता कपूर, विधायक एवं प्रवासी उत्तराखंडी सुरेन्द्र मैठाणी, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी आदि मौजूद रहे।