स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से एचएमपीवी वायरस को लेकर आदेश जारी ,हरकत में आया दून अस्पताल

उत्तराखंड

स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से एचएमपीवी वायरस को लेकर आदेश जारी ,हरकत में आया दून अस्पताल

ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) को लेकर स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से आदेश जारी होने के बाद दून अस्पताल प्रबंधन हरकत में आ गया है। दून मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य ने अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है।
उत्तराखंड के स्वास्थ्य निदेशालय ने सभी जिलों को वायरस की रोकथाम और बचाव के लिए जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं.

इस पर मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. गीता जैन ने बताया कि सीजनल इन्फ्लुएंजा व एचएनपीवी वायरस को लेकर अस्पताल में तैयारियां पूरी हैं। यहां पर आठ बेड का एक आईसीयू आईसोलेशन वार्ड पूर्व में ही तैयार किया जा चुका है। आज अधिकारियों और चिकित्सकों के साथ बैठक कर इस संबंध में जरूरी निर्णय लिए जाएंगे।
बताया जा रहा है कि ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस से श्वसन संक्रमण का खतरा रहता है। इसकी खोज 2001 में हुई थी। इससे संक्रमण पर सामान्य सर्दी या फ्लू के जैसे ही लक्षण होते हैं। यह सभी उम्र के लोगों पर असर डाल सकता है। छोटे बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्युनिटी वाले लोग सबसे अधिक खतरे में होते हैं। कोरोना की तरह ही ये वायरस भी खांसने, छींकने, संक्रमित व्यक्ति के ज्यादा करीब आने से फैलता है।

आइसोलेशन बेड और ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के निर्देश:

सभी अस्पतालों में संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए आइसोलेशन बेड और ऑक्सीजन की व्यवस्थाएं सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. Can you get an erection without testicles depends on several physiological factors, such as testosterone levels and nerve integrity. Despite loss of testes, erections remain possible, as penile function is complex. Hormone replacement may be needed. Note that breastfeeding is irrelevant in this context but highlights physiological adaptability. हालांकि राहत की बात है कि राज्य में अभी तक एचएमपीवी का कोई भी मामला सामने नहीं आया है.

इन्फ्लूएंजा और निमोनिया रोगियों के इलाज के लिए निर्देश:

उत्तराखंड की प्रभारी डीजी हेल्थ डॉ सुनीता टम्टा ने सभी जनपदों के जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सभी अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा और निमोनिया रोगियों के इलाज के लिए आइसोलेशन बेड, वार्ड, आईसीयू सेंटर, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की समुचित व्यवस्थाएं करने को कहा है.

आम लोगों के लिए जरूरी सलाह:

स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में तैयारियों और व्यवस्थाओं के दिशा निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही आम लोगों के लिए भी जरूरी गाइडलाइंस जारी की है.

जिसके मुताबिक बच्चे और बुजुर्ग या किसी अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित लोग खास तौर पर सावधानी बरतें

भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें, छींकते-खांसते समय नाक और मुंह को रूमाल से टिश्यू से ढकें

साबुन-पानी से हाथों को स्वच्छ रखें

अधिक मात्रा में पानी व तरल पदार्थों का सेवन करें और पौष्टिक आहार लेंसर्दी, खांसी जुकाम होने पर डॉक्टर से परामर्श करें और दवा खाएं

 

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